Panjeeri Recipe – पारंपरिक तरीके से बनाए पंजीरी रेसिपी

Panjeeri-Recipe

Panjeeri Recipe

Panjeeri Recipe- पंजीरी आमतौर पर त्योहार के मौके पर बनाई जाती है। यह एक पारंपरिक रेसिपी है जो भारत में पूजा आदि के दौरान भी बनाई जाती है। पंजीरी हल्की मीठी होती है जिसे आटे, ड्राई फ्रूट्स, मखाने और गोंद डालकर बनाया जाता है। जन्माष्टमी के दौरान भगवान कृष्ण को पंजीरी का ही भोग लगाया जाता है, पंजीरी का प्रसाद बड़ों और बच्चों को खूब पसंद आता है।

सर्दियों में पंजीरी खाने की बात ही अलग है लेकिन पंजीरी सबसे ज्यादा उन औरतों के लिए फायदेमंद जिन्होंने बच्चें को जन्म दिया हो। Pregnancy के बाद आप क्या खाएं जो आपकी सेहत के लिए जरूरी हो ये बात हर महिला जानना चाहती है।

पहले के ज़माने में तो घर पर मां, दादी, भाभी, बहन कई औरतें होती थी जो ये घर पर बनाती थी लेकिन अब ज़माने के साथ-साथ रहन-सहन भी बदल गया है। लेकिन पंजीरी के फायदे नहीं बदले हैं। आप किसी छोटे शहर, गांव या किसी बड़े शहर में भले ही रहती हों लेकिन आज भी आपको बच्चा पैदा करने के बाद ये सलाह दी जाती है कि पंजीरी जरूर खाएं इससे आपकी कमज़ोरी दूर होगी।

पंजीरी में डलने वाले सामान की वजह से ये बहुत healthy होती है। इसे आप एक बार बनाकर रख लें फिर दिन में कभी भी एक कटोरी खाएं इसे खाने के कई फायदे भी हैं।

आवश्यक सामग्री – Ingredients for Panjeeri recipe

गेहूं का आटा 1 कप (125 ग्राम)
सूखा नारियल आधा कप कद्दूकस किया हुआ
गुड़ की खाड़3/4 कप (150 ग्राम)
देशी घी 3/4 कप (150 ग्राम)
खाने वाला गोंद2 टेबल स्पून
काजू2 टेबल स्पून
बादाम 2 टेबल स्पून
खरबूजे के बीज2 टेबल स्पून
छोटी इलाइची 5 (छील कर पाउडर बना लीजिये)
जीरा पाउडर 1 छोटी चम्मच
अजवायन पाउडर1 छोटी चम्मच
सोंठ पाउडर (जिंजर पाउडर)1 छोटी चम्मच
अखरोट 4-5
पिस्ते1 टेबल स्पून
कमरकस 1 टेबल स्पून

पंजीरी बनाने की विधि – How to make Panjeeri recipe

आधा घी कढ़ाई में डालकर मीडियम गरम कर लीजिये। गोंद को बारीक टुकड़ों में तोड़ कर 1 टेबल स्पून गोंद डालकर धीमी आग पर फूलने और हल्का ब्राउन होने तक तल कर निकाल लीजिये, सारा गोंद तल कर प्लेट में निकाल लीजिये।

अब बादाम गरम घी में डालिये, और 1-1 1/2 मिनिट तक हल्के ब्राउन होने तक तल कर निकाल कर उसी प्लेट में रख लीजिये। अब काजू डालकर इन्हैं भी 1 मिनिट हल्का सा तल कर उसी प्लेट में निकाल लीजिए। पिस्ते भी डालकर 1 मिनिट हल्का सा तल कर उसी प्लेट में निकाल लीजिये। अखरोट भी गरम घी में डालकर 1 मिनिट हल्के से तल कर उसी प्लेट में निकाल कर रख लीजिये।

अब खरबूजे के बीज कढ़ाई में डालिये और किसी थाली से ढककर लगातार कलछी से चलाते हुये बीज हल्के ब्राउन होने तक, फूलने तक, तल कर निकाल कर अलग प्लेट में रख लीजिये।

कमरकस को भी गरम घी में डालिये और ये भी तुरन्त 1 मिनिट में ही फूल कर सिक जाता है। इसे निकाल कर अलग प्लेट में रख लीजिये।

एकदम धीमी गैस पर बचे हुये घी में जीरा पाउडर, अजबायन पाउडर और सोंठ पाउडर डालिये और हल्का सा भूनिये, ग्रेटेड नारियल भी इसमें डाल दीजिये और 1 मिनिट चलाते हुये हल्का सा भून कर खरबूजे के बीज वाले प्याले में निकाल लीजिये।

कढ़ाई में बचा हुआ घी डालिये, घी मेल्ट होने के बाद आटा डालिये और आटे को मीडियम और धीमी आग पर हल्का ब्राउन या अच्छी महक आने तक भून कर तैयार कर लीजिये। सारी चीजें भुन कर तैयार हो गई हैं।

खरबूजे के बीज और मसाले, ग्रेटेड नारियल को छोड़ कर सारे तले हुये ड्राई फ्रूट और कमरकस को मिक्सर जार में डालकर पीस कर पाउडर बना लीजिये। पिसे हुये ड्राई फ्रूट बड़े प्याले में निकाल लीजिये, खाड़ डालिये और खरबूजे के बीज, भुने मसाले, ग्रेटेड नारियल डालकर मिलाइये। इस मिश्रण में भुना आटा और इलाइची पाउडर डालकर सारी चीजों को अच्छी तरह मिलने तक मिला दीजिये।

न्यू मदर के लिये खास पंजीरी तैयार है, न्यू मोम को 2 -3 टेबल स्पून पंजीरी एक बार में खाने के लिये दीजिये। अगर पजीरी खाने में मजा नहीं आ रहा है तो इस पंजीरी से नरम गरम हलवा भी बनाया जा सकता है।

पंजीरी से हलवा बनाइये:

2 टेबल स्पून पंजीरी लीजिये और आधा कप दूध ले लीजिये, पैन में डालकर मिक्स करते हुये गाढ़ा होने तक पका लीजिये, आवश्यकता हो तो थोड़ी चीनी और घी और मिलाया जा सकता है, न्यू मदर के लिये नरम गरम पौष्टिक हलवा तैयार है।

सुझाव:

पंजीरी के लिये गुड़ की खांड़ न हो तो ब्राउन खाड़ या पाउडर चीनी डाल सकते हैं। कोई भी मेवा जो न पसन्द हो उसे छोड़ सकते हैं।