Navratri Shayari
Navratri Shayari:- यदि हम नवरात्रि शब्द का संधि विच्छेद करें तो ज्ञात होता है कि यह दो शब्दों के योग से बना है जिसमें पहला शब्द ‘नव’ और दूसरा शब्द ‘रात्रि’ है जिसका अर्थ है नौ रातें।
Navratri Shayari
नवरात्रि पर्व मुख्य रूप से भारत के उत्तरी राज्यों के अलावा गुजरात और पश्चिम बंगाल में बड़ी धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। इस अवसर पर माँ के भक्त उनका आशीर्वाद पाने के लिए नौ दिनों का उपवास रखते हैं।
Navratri Shayari
चाँद को चाँदनी, बसंत को बहार
फूलों को खुशबू, अपनों का प्यार,
मुबारक हो आपको नवरात्रि का त्यौहार
सदा खुश रहे आप और आपका परिवार।
लक्ष्मी जी का हाँथ हो, सरस्वती जी का साथ हो,
गणेश जी का निवास हो, औए माँ दुर्गा का आशीर्वाद हो।
इस नवरात्रि आपके लिए खुशियों का पैगाम हो।
लाल रंग से सज़ा माँ का दरवार,
हर्षित हुआ मन, पुलकित हुआ संसार,
अपने पावन कदमों से माँ आए आपके द्वार,
मुबारक हो आपको ये नवरात्रि का त्यौहार।
हो जाओ तैयार, माँ अम्बे आने वाली है,
सजा लो दरबार माँ अम्बे आने वाली हैं,
तन,मन और जीवन हो जायेगा पावन,
माँ के कदमो की आहट से गूँज उठेगा आँगन।
जिंदगी की हर तमन्ना हो पूरी,
आपकी कोई आरजू रहे न अधूरी,
करते है हाथ जोड़कर माँ दुर्गा की विनती,
आपकी हर मनोकामना हो पूरी।
हमको था इंतजार वो घड़ी आ गई,
होकर सिंह पर सवार माता रानी आ गई,
होगी अब मन की हर मुराद पूरी,
हरने सारे दुख माता अपने द्वार आ गई।
खुशियाँ और आपका जन्म-जन्म का साथ हो,
जीवन में कोई मुसीबत आये भी
तो आपके सिर पर माँ दुर्गा का हाथ हो।
माँ की ज्योति से नूर मिलता हैं,
सब के दिलों को सुरूर मिलता है,
जो भी जाता हैं माँ के द्वार,
कुछ न कुछ जरूर मिलता हैं।