Makar Sankranti Shayari
Makar Sankranti Shayari- मकर संक्रांति भारत वर्ष में वैदिक काल से ही मनाया जाता है। इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करके उत्तरायण हो जाता है। मकर संक्रांति का यह पर्व कृषि और ऋतू परिवर्तन से सम्बंधित है।
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इस दिन लोग खिचड़ी खाकर और पतंग उड़ाकर इस पर्व का आनंद लेते हैं। 2022 में 14 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जायेगा। इस दिन लोग तिल और गुड़, रेवड़ी और गज्जक को प्रसाद के रूप में वितरित करते हैं और खुशियाँ मनाते हैं। आप भी नीचे लिखीं शायरियों को अपने परिजनों को भेजें और उन्हें मकर संक्रांति की शुभकामनायें दें –
Makar Sankranti Shayari
(1)
दिल को धड़कन से पहले,
दोस्तों की दोस्ती से पहले,
प्यार को मोहब्बत से पहले,
ख़ुशी को गम से पहले,
आपको कुछ दिन पहले
हैप्पी मकर संक्रांति
(2)
खुले आसमा में जमी से बात न करो..
ज़ी लो ज़िंदगी ख़ुशी का आस न करो..
हर त्यौहार में कम से कम हमे न भूलो करो..
फ़ोन से न सही मैसेज से ही संक्राति विश किया करो !!
(3)
पल पल सुनहरे फूल खिले,
कभी न हो काँटों से सामना,
जिंदगी आपकी खुशियो से भरी रहे,
यही है मकर संक्रांति पर हमारी शुभकामना!
(4)
काट ना सके कभी कोई पतंग आपकी,
टूटे ना कभी डोर विश्वास की,
छू लो आप ज़िन्दगी की सारी कामयाबी,
जैसे पतंग छूती है ऊंचाइयां आसमान की.
मकर संक्राति की हार्दिक शुभकामनाएं!!
(5)
तन में मस्ती, मन में उमंग
देकर सबको अपनापन
गुड़ में जैसे मीठापन
होकर साथ हम उड़ाएं पतंग
और भर दें आकाश में अपने रंग
(6)
मंदिर की घंटी, पूजा की थाली
नदी के किनारे, सूरज की लाली
जिंदगी में आये खुशियों की हरियाली
आपको मुबारक हो संक्रांति का त्यौहार
(7)
नजर सदा हों ऊँची, सिखाती है पतंग..
इस संक्रांति में हमें,
काम, क्रोध, लोभ, मोह एवं अहंकार जैसी
पतंगों को भी काटने चाहिए..
(8)
हर पतंग जानती है,
अंत में कचरे में जाना है
लेकिन उससे पहले हमें,
आसमान छूकर दिखाना है।
(9)
मकर संक्रांति का त्यौहार सबने
अपनाया पंजाबी, हिन्दू, मुस्लिम,
सीख ईसाई सबने मिलकर मनाया,
गुड और तिल के पकवान को सबने
खाया बच्चों ने खूब पतंग को उड़ाया
Happy Makar Sankranti सबने दिल से दोहराया.
(10)
मीठी बोली, मीठी जुबान,
मकर संक्रांति पर यही है पैगाम!
मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं..