Benefits of Raw Turmeric
Benefits of Raw Turmeric:- हल्दी का वानस्पतिक नाम (कुरकुमा लौंगा) और कुल का नाम (जिन्जिबेरेसी) है। कच्ची हल्दी के फायदे भी कई सारे हैं। हल्दी का इस्तेमाल शरीर से जुड़ी कई समस्याओं में बतौर घरेलू उपाय के रूप में किया जा सकता है।
एक ऐसी जड़ी-बूटी है, जो मसालों में प्रमुख रूप से इस्तेमाल होती है, हल्दी शरीर की इम्युनिटी को बढ़ाती है, और कई तरह की बीमारियों से शरीर की रक्षा करती है।
सर्दियों के दिनों में इसका इस्तेमाल भी खूब किया जाता है, कच्ची हल्दी, अदरक की तरह दिखती है जो काटने पर अंदर से पीली होती है।
जिन लोगों को हल्दी से एलर्जी है उन्हें पेट में दर्द या डायरिया जैसे लक्षण हो सकते हैं। अगर गर्भवती महिलाओं को कच्ची हल्दी के उपयोग करना है तो पहले चिकित्सकीय सलाह ले लेनी चाहिए।
कच्ची हल्दी में लिपोपॉलीसेच्चाराइड नामक तत्व पाया जाता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने में सहायक होता है। पाउडर के रूप में दिखने वाली हल्दी, रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत बनाने के बहुत काम आती है।
कच्ची हल्दी में सबसे ज्यादा एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीफंगल तत्व मौजूद होते हैं। कच्ची हल्दी में विटामिन सी, के, पोटैशियम, प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, कॉपर, जिंक, फॉस्फोरस, थियामिन, राइबोफ्लेविन होते हैं।
पुरुषों में होने वाले प्रोस्टेट कैंसर के कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकने के साथ साथ उन्हें खत्म भी कर देती है, यह हानिकारक रेडिएशन वाले ट्यूमर से भी बचाव करती है।
गले में खराश की परेशानी को दूर करने के लिए कच्ची हल्दी एक बेहतरीन औषधि के रूप में काम कर सकती हैं। कई महिलाएं गर्म दूध में एक से दो चुटकी हल्दी पाउडर मिक्स करके सेवन करती हैं ताकि सेहत के साथ सर्दी-जुकाम या गले की खराश में आराम मिल सके।
रात में दूध में कच्ची हल्दी उबालकर पिएं. इससे अस्थमा, ब्रोंकाइटिस की समस्या में आराम मिलेगा. इससे सूखी खांसी में भी आराम मिलता है।
और पढ़ें:-
कान बहने की समस्या
कान से गाढ़ा तरल निकलना एक समस्या है इससे आराम पाने के लिए हल्दी को पानी में उबालकर, छान लें और उसे कान में डालें।
स्किन संबंधी
स्किन पर कभी दाग तो कभी खुजली आदि की समस्या होती रहती हैं। ऐसे में कच्ची हल्दी के सेवन से ये परेशानी आसानी से दूर हो सकती है।
बालों का झड़ना
बालों के झड़ने का कारण पाचन का ख़राब होना होता है, ऐसे में हल्दी में उष्ण और कफ का शमन करने का गुण होने के कारण यह आपके पाचन को स्वस्थ कर बालों के झड़ने से रोक सकती है।
पाचन से संबंधित
कच्ची हल्दी में बायोएक्टिव कंपाउंड करक्यूमिन गुण मौजूद होता है, जो पाचन से जुड़ी कोई भी समस्याओं को आसानी से दूर करने के लिए अच्छा माना जाता है।
हल्दी की सामान्य ख़ुराक
आमतौर पर 1-2 ग्राम हल्दी का रोजाना सेवन करना सेहत के लिए उपयुक्त है। लेकिन आप आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह के अनुसार करें।