Curry Leaves Benefits – कई बीमारियों का रामबाण इलाज है करी पत्ता, जानें फायदे

Curry-Leaves-Benefits

Curry Leaves Benefits- करी पत्ते का सामान्य तौर पर इस्तेमाल खाने को स्वादिष्ट बनाने के लिए किया जाता है। खासकर सांभर, इंडली, उपमा और नारियल की चटनी जैसी साउथ इंडियन डिशों का स्वाद करी पत्ते के बिना अधूरा सा लगता है।

वहीं अब उत्तर भारत में भी करी पत्ते के इस्तेमाल का चलन काफी बढ़ गया है। हालांकि बहुत कम लोग जानते हैं कि करी पत्ता खाने में स्वाद का तड़का लगाने के साथ-साथ स्वस्थ जीवन का भी राज है।

जी हां, करी पत्ते में कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन, विटामिन सी और विटामिन ए जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। जो कि लिवर और पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने के साथ ही वजन कम करने में भी सहायक सिद्ध होते हैं।

Curry Leaves Benefits- करी पत्ता के फायदे कई सारे हो सकते हैं, जिससे ज्यादातर लोग शायद वाकिफ न हो। ध्यान रहे करी पत्ता किसी बीमारी से बचाव या लक्षणों को कम करने में उपयोगी हो सकता है। इसे किसी गंभीर बीमारी का इलाज न समझें।

करी पत्ते का इस्तेमाल कई इंडियन फूड में किया जाता है। इसे सेहत और स्वाद दोनों के लिए अच्छा माना जाता है। करी पत्ता को कड़ी पत्ता और मीठी नीम जैसे नामों से भी जाना जाता है। आयुर्वेद में करी पत्ता के बहुत से फायदे बताए गये हैं।

इसमें आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन, Vitamin-B1, Vitamin-B2, Vitamin-C, Vitamin-A जैसे पोषक तत्व और एंटी-डायबिटिक, एंटी-ओक्सिडेंट, एंटी-माइक्रोबियल गुण होते है। जिसके सेवन से कई बीमारियों के इलाज में मदद मिलती है।

Curry Leaves Benefits- कढ़ी पत्ते के फायदे

वजन घटाने में कढ़ी पत्ता के फायदे

करी पत्ता के फायदे इन हिंदी में सबसे पहले जानेंगे वजन कम करने में करी पत्ते के लाभ के बारे में। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर ऑफ बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर मौजूद शोध की मानें तो कढ़ी पत्ते में डाइक्लोरोमेथेन, एथिल एसीटेट और महानिम्बाइन जैसे खास तत्व पाए जाते हैं।

इन तत्वों में वजन घटाने, कोलेस्ट्रॉल को कम करने और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को नियंत्रित करने की क्षमता पाई जाती है। इस आधार पर कहा जा सकता है कि कढ़ी पत्ते का उपयोग वजन घटाने में लाभकारी हो सकता है।

एनीमिया में लाभदायक

कड़ी का पत्ता एनीमिया जैसी समस्या से राहत पाने में मददगार हो सकता है। शोध की मानें तो करी पत्ते में एंटी एनीमिया गुण पाया जाता है, जो एनीमिया पर प्रभावी रूप से काम कर सकता है।

इसके अलावा कड़ी पत्ता कैल्शियम, आयरन, जिंक और वैनेडियम जैसे खनिज पदार्थों का अच्छा स्रोत माना जाता है। इस कारण कहा जा सकता है कि एनीमिया से निजात दिलाने में कड़ी का पत्ता उपयोगी हो सकता है।

लिवर की सेहत रहती है दुरुस्त

अगर आप बहुत ज्यादा शराब या फिर ज्यादा मात्रा में मसालेदार मीट, मछली और चिकन का सेवन करते हैं। तो अपने लिवर को किसी भी किस्म की क्षति से बचाने के लिए नियमित तौर पर करी पत्ता खाएं। एशियन जर्नल ऑफ फर्माक्युटिकल्स में प्रकाशित एक रिसर्च के मुताबिक अपने खाने में करी पत्ते को शामिल करके आप अपने लिवर को किसी भी किस्म के ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस से दूर रख सकते हैं।

इतना ही नहीं इसका इस्तेमाल आप लिवर के अंदर बनने वाले विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में भी कर सकते हैं।

करी पत्ते के अंदर मौजूद विटामिन ए और सी का काॅम्बिनेशन लिवर में होने वाली किसी भी क्षति को ठीक करने के साथ उसे सही तरीके से काम करने योग्य बनाने में मददगार साबित होता है।

कैसे करें इस्तेमाल –

एक कप देसी घी में एक कप करी पत्ते का रस मिलायें। अब इसके अंदर थोड़ी-सी चीनी और काली मिर्च का पाउडर मिलाकर अच्छी तरह से उबालें। इसे उबालते समय गैस की आंच धीमी रखें। ठंडा होने पर इस मिश्रण को पियें। आपके लिवर के अंदर के टाॅक्सिन्स बाहर निकलेंगे और आपका लिवर अपना काम सही तरीक से कर पायेगा।

रक्त में शुगर के स्तर को रखता है नियंत्रित

नियमित तौर पर करी पत्ते का सेवन करने से रक्त में शुगर का स्तर नियंत्रित रहता है। जर्नल ऑफ प्लांट फूड फाॅर न्यूट्रिशन में प्रकाशित रिसर्च में यह बात सामने आई है कि अगर आप करी पत्ते का सेवन करते हैं, तो इससे आपके रक्त में शुगर का स्तर नहीं बढ़ता और इंसुलिन का उत्पादन ठीक तरह से होता है। इससे आप डायबिटीज़ जैसी बीमारी के खतरे से बचे रहते हैं।

Curry Leaves Benefits- करी पत्ते के अंदर मौजूद फाइबर आपके शुगर को कंट्रोल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसका सेवन करने से आपका पाचन तंत्र अपना काम ठीक तरह से करता है, जिसकी वजह से आप टाइट टू डायबिटीज़ के लिए जिम्मेदार मोटापे से बचे रहते हैं।

अगर आप डायबिटीज़ के रोगी हैं, तो फिर यह सुनिश्चित करें कि आपके हर आहार में करी पत्ता हो। इसके अलावा आप सुबह खाली पेट करी पत्ते की कच्ची पत्तियों को चबाएं, इससे आपका शुगर कंट्रोल में रहेगा।

छाती से कफ को करता है दूर

अगर आप अक्सर सर्दी-जुकाम जैसी समस्या से ग्रसित रहते हैं। आपकी छाती में कफ जमा रहता है और आपको साइनोसाइटिस की शिकायत रहती है, तो फिर करी पत्ते को अपने आहार में शामिल करें।

यह छाती और नाक के कंजेशन को दूर करने के लिए अचूक घरेलू उपचार है। इसके अंदर मौजूद विटामिन सी और ए के कंपाउंड केमेफेरोल में एंटी इन्फ्लेमेटरी तत्व होता है।

जो कि आपकी छाती ओर गले में जमे कफ को बाहर निकालने में मददगार साबित होता है। इसके नियमित सेवन से आप मौसमी सर्दी जुकाम की समस्या से भी बचे रह सकते हैं।

कैसे करे इस्तेमाल –

अपनी छाती के कफ को दूर करने के लिए एक चम्मच करी पत्ते के पाउडर को शहद में मिलाकर इसे दिन में दो बार खाएं, आराम मिलेगा।

त्वचा संबंधी संक्रमण को करता है दूर

करी पत्ते के अंदर एंटीऑक्सीडेंट, एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल तत्वों की बहुतायत होती है। इसलिए यह किसी भी किस्म के त्वचा संबंधी संक्रमण मसलन एक्ने या फंगल इंफेक्शन को ठीक करने में मददगार साबित होता है।

आँखों के लिए

करी पत्ता के सेवन से आंखों की रौशनी को तेज करने और मोतियाबिंद की सम्भावना को कम करने में मदद मिलती है। करी पत्ते में विटामिन ए की भरपूर मात्रा पाई जाती है। इसमें पाए जाने वाले Carotenoids कॉर्निया और आंखों की सेंसटिव लेयर की रक्षा करते हैं।

बालों के लिए

बालों का झड़ना, सफेद होना, कमजोर होना, डैंड्रफ जैसी सभी समस्याओं के लिए करी पत्ता उपयोग रामबाण माना जाता है। बालों में आप करी पत्ता को पीस कर उसका पेस्ट बना कर, तेल में करी पत्ते को गर्म करके उस तेल का उपयोग करके और करी पत्ते को पानी में उबालकर उस पानी का उपयोग बाल धोनें में कर सकते हैं।

दूर होगी भूलने की बीमारी

कई अध्‍ययनों में यह बात सामने आई है कि करी पत्‍ता खाने से भूलने की बीमारी से बचाव होता है। अगर आप छोटी छोटी चीजें भूल रहे हैं या इन दिनों आपको लग रहा है कि आप ठीक से कुछ याद नहीं रख पाते , तो अपने खाने में करी पत्‍ता का इस्‍तेमाल शुरू कर दें।

यह मेमोरी डिसऑर्डर को समाप्‍त करने में कारगर साबित होता है।

डायबिटीज से छुटकारा

आपको जानकर हैरानी होगी कि करी पत्‍ता, खून में शुगर के स्‍तर को बैलेंस करने में मददगार साबित हो सकता है। यह उन सेल्‍स को बचाते हैं, जो पैंक्रियाज में इंसुलिन पैदा करते हैं।

इसमें copper , iron, और zinc जैसे तत्‍व होते हैं, इसलिये इसे अगर डायबिटीज के मरीज रोजाना सुबह खाएं तो उनके लिये रामबाण साबित हो सकता है।

कढ़ी पत्ते का सेवन रखे सूजन को दूर

कुछ अध्ययन बताते हैं कि कढ़ी पत्ते में कई सूजनरोधी गुण पाए जाते हैं, जिससे शरीर में होने वाली दीर्घकालिक सूजन को कम किया जा सकता है। हालांकि, सूजन व लालिमा को कम करने में कढ़ी पत्ता कितना प्रभावी रूप से काम करता है, इस बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है।

हालांकि, ऊपरोक्त बताए गए सभी स्वास्थ्य लाभ लैब टेस्ट व परीक्षणों पर आधारित हैं, इसलिए इनका प्रभाव हर व्यक्ति के शरीर के अनुसार अलग हो सकता है। कढ़ी पत्ते को किसी उपचार के रूप में इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से संपर्क करें।

हृदय रोगों के खतरे को दूर करे कढ़ी पत्ता

जानवरों पर किए गए कुछ अध्ययनों में पाया गया कि कढ़ी पत्ते का उचित सेवन करने से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड को कम करने में मदद मिलती है। एलडीएल और ट्राइग्लिसराइड का स्तर बढ़ने हृदय संबंधी जटिलताएं होने का खतरा बढ़ जाता है।

Curry Leaves Benefits-कढ़ी पत्ते का उपयोग कैसे करें

मीठे नीम के पत्ते का इस्तेमाल प्रमुख रूप से कढ़ी, दाल, चावल, दही व रायता आदि में किया जाता है, जिसकी मदद से व्यंजनों की खुशबू व स्वाद को बढ़ाया जाता है। मीठे नीम के पत्ते का सेवन करने से स्वास्थ्य को भी कई लाभ प्राप्त होते हैं।

कढ़ी पत्ते का सेवन कैसे करें –

कढ़ी पत्ते को कढ़ी, चावल या अन्य व्यंजनों में डालकर सेवन किया जा सकता है।

एक गिलास पानी में दो कढ़ी पत्ते रातभर भिगोकर रख दें और सुबह पानी का सेवन करें।

एक गिलास पानी में कुछ कढ़ी पत्ते उबालें अब एक चम्मच शहद और आधा चम्मच नींबू मिलाकर सेवन करें।

आपके लिए कढ़ी पत्ते की उचित मात्रा जानने के लिए डॉक्टर से बात करें।

हालांकि, कढ़ी पत्ते का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से संपर्क करें।

Curry Leaves Benefits-करी पत्ता हो सकता है नुकसान दायक

आमतौर पर करी पत्ते का सेवन करने से किसी प्रकार का साइड इफेक्ट नहीं होता है। लेकिन कुछ खास परिस्थितियों में या अधिक मात्रा में इसका उपयोग करना सेहत के लिहाज से ठीक नहीं हेाता है।

कई बार किसी भी तरह के पौधों के पत्तों का इस्तेमाल करने से एलर्जी हो सकती है। अगर आपको भी ऐसी शिकायत है, तो ऐसे में करी पत्ते का इस्तेमाल करना आपके लिए नुक़सानदेह साबित हो सकता है।

अगर करी पत्ता युक्त तेल का इस्तेमाल करने से आपके बाल झड़ने लगे हैं, तो इसका इस्तेमाल करना तुरंत बंद कर दें। क्योंकि कई बार यह तेल हर किसी को सूट नहीं करता।

गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को करी पत्ते का इस्तेमाल करने से पहले डाॅक्टर से सलाह जरूर ले लेनी चाहिए। क्योंकि इस अवस्था में इसका इस्तेमाल करने के कुछ दुष्परिणाम भी हो सकते हैं।