Garlic Side Effects
Garlic Side Effects- लहसुन का इस्तेमाल लगभग हर घर में किया जाता है। लहसुन का इस्तेमाल खाने में स्वाद और सुगंध लाने के लिए किया जाता है। वहीं कुछ बीमारियों और समस्याओं में लहसुन का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। वैसे तो लहसुन काफी गुणकारी होता है।
लेकिन जरूरत से ज्यादा इसका सेवन करने से आपकी सेहत को नुकसान पहुंच सकता है। ऐसे में हम यहां आपको बताएंगे कि लहसुन का सेवन कितनी मात्रा में करना चाहिए? और इसका सेवन करने से सेहत को क्या-क्या पहुंच सकता है।
अधिकतर घरों में लहसुन का उपयोग किया जाता है। यह न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। लहसुन में मौजूद औषधीय गुणों की वजह से इसे ‘प्राकृतिक एंटीबायोटिक’ भी कहा जाता है।
Garlic Side Effects- कई कई सारे गुण पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाते हैं। कहा जाता है कि सालों पहले ग्रीस के ओलंपिक खिलाड़ी अपना प्रदर्शन बेहतर करने के लिए लहसुन का सेवन किया करते थे और अब तो दुनियाभर में इसे एक ‘रोगनाशक औषधि’ के रूप में माना जाता है। लहसुन के सेवन के कई तरीके हैं, कुछ लोग इसे कच्चा भी खाते हैं तो कुछ भूनकर या फिर सब्जियों में डालकर खाते हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं कि लहसुन का सेवन दिल के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। यह हार्ट अटैक या स्ट्रोक को जोखिम को कम करने में मदद करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका अधिक सेवन सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है?
मतली, उल्टी और हार्ट बर्न
नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट ऑफ यू.एस. द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, खाली पेट लहसुन का सेवन करने से बहुत से लोगों को हार्ट बर्न, मतली और उल्टी हो सकती है। हार्वर्ड मेडिकल स्कूल द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, लहसुन में कुछ यौगिक होते हैं जो एसिडिटी का कारण बन सकते हैं।
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ज्यादा ब्लीडिंग होने का खतरा
लहसुन को प्राकृतिक रूप से रक्त पतला करने वाला पदार्थ माना जाता है, इसलिए हमें बड़ी मात्रा में लहसुन का सेवन रक्त पतला करने वाली दवाओं जैसे कि वार्फरिन, एस्पिरिन आदि के साथ नहीं करना चाहिए। इसका कारण यह है कि रक्त को पतला करने वाली दवा और लहसुन का संयुक्त प्रभाव खतरनाक है, और इससे जोखिम बढ़ सकता है।
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं न खाएं
गर्भवती महिलाओं या स्तनपान कराने वाली माताओं को इस अवधि में लहसुन खाने से बचना चाहिए। क्योंकि यह लेबर को प्रेरित कर सकता है। वहीं, स्तनपान कराने वाली माताओं को ज्यादा लहसुन इसलिए खाने से बचना चाहिए, क्योंकि यह दूध के स्वाद को बदल देता है।
छोटे बच्चों के लिए
यदि बच्चा छोटा है, तो उसे प्रति दिन लगभग 300 मिलीग्राम की मात्रा में लहसुन देना ठीक माना जाता है। इसे बच्चे की स्किन पर लगाने की भी गलती न करें क्योंकि इससे स्किन जल सकती है या फिर अन्य प्रकार का नुकसान भी पहुंच सकता है।
बढ़ा सकता है वेजाइनल इंफेक्शन
यदि किसी महिला को वेजाइनल इंफेक्शन है, तो उसे ज्यादा मात्रा में लहसुन लेने से बचना चाहिए। क्योंकि यह वजाइना की महीन टिशू को नुकसान पहुंचाकर संक्रमण को बढ़ा सकता है।
लीवर के लिए ठीक नहीं
लीवर हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, क्योंकि यह रक्त को साफ, वसा चयापचय, प्रोटीन चयापचय और हमारे शरीर से अमोनिया को हटाने जैसे विभिन्न कार्य करता है। कई अध्ययनों के अनुसार, यह पाया गया है कि लहसुन में एलिसिन नामक एक यौगिक होता है, जो बड़ी मात्रा में लेने पर यकृत विषाक्तता का कारण बन सकता है।
कितनी मात्रा में करें लहसुन का सेवन
रोजाना तौर पर आप लहसुन की 2-3 कली खाकर लाभ प्राप्त कर सकते हैं। वहीं, अगर आप इसका सप्लीमेंट लेते हैं, तो प्रति दिन 600 से 1,200 मिलीग्राम तक की मात्रा काफी है।
ब्लड प्रेशर को कम करता है
लहसुन के सेवन से आपका ब्लड प्रेशर कम हो सकता है। जो लोग पहले से ही लो ब्लड प्रेशर से पीड़ित हैं उन्हें लहसुन का अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए। लो ब्लड प्रेशर से पीड़ित लोगों के लिए ये काफी नुकसानदायक हो सकता है।
सांसों से दुर्गंध आ सकती है
लहसुन खाने का स्वाद तो बढ़ा देता है, लेकिन इसकी महक काफी तेज और तीखी होती है। लहसुन का बार-बार सेवन करने से आपकी सांसों से दुर्गंध आ सकती है। इससे न केवल सांसों से दुर्गंध आ सकती है बल्कि आप अपने पसीने से निकलने वाली गंध को भी महसूस कर सकते हैं। इसलिए जिन्हें पहले से ही सांसों की दुर्गंध की समस्या है उन्हें लहसुन का अधिक सेवन से बचना चाहिए।
एसिडिटी की समस्या
लहसुन में एसिड की मात्रा अधिक होती है। इस कारण लहसुन का अधिक सेवन करने से भी सीने में जलन हो सकती है। जिन लोगों को पहले से एसिडिटी की समस्या है उन्हें लहसुन के अधिक सेवन से बचना चाहिए।
कोलेस्ट्रॉल
लहसुन के सेवन से शरीर में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल जो खराब कोलेस्ट्रॉल है, के स्तर को कम करने में मदद मिल सकती है। लहसुन कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने में मददगार हो सकता है।