Flatulence
Flatulence- आज की जनरेशन में (Flatulence) पेट फूलना या पेट की सूजन एक आम समस्या बन गई है। पेट फूलना, पेट में गैस के जमा होने से या कब्ज़ के कारण होता हैं। इसे इंग्लिश में ब्लोट (ब्लोट) या ब्लोटिंग भी कहा जाता हैं। पेट में जब गैस होने लगती हैं तो ये कब्ज़ का कारण बनती हैं। कब्ज के कारण मल आंत्रों में एकत्र होकर गैस को बदबूदार बनाता हैं। जब बदबूदार गैस को शरीर से बाहर निकलने का रास्ता नहीं मिल पाता तो इस कारण पेट फूलने लगता है। इसी को अफारा या ब्लोटिंग कहा जाता हैं।
कहते हैं सभी बीमारियों की जड़ पेट में होती हैं। पेट फूलने के कई कारण हो सकते हैं जैसे अनियमित आहार शैली, खराब खान-पान, शारीरिक गतिविधि का अभाव, अधिक तेल-मिर्च, गर्म मसालों का सेवन, कमज़ोर पाचन तंत्र, अधिक तनाव, एलर्जी, हार्मोनल असंतुलन, थायरॉइड डिसफंक्शन आदि।
अनियमित आहार शैली :- आजकल ज्यादातर लोगों की जीवन शैली इसलिए प्रभावित हैं क्यूंकि वो अनियमित आहार शैली लेते हैं। उनका खान-पान संतुलित और पौष्टिक ना होने के कारण वो बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। खाने को अच्छी तरह चबाकर ना खाने, अधिक वसा और कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन से पेट में इंफेक्शन और सूजन की समस्या हो सकती है।
एडीमा :- जब शरीर के ऊतकों में पानी या तरल पदार्थ जमा हो जाता है तो शरीर पर सूजन आ जाती हैं। एडीमा जैसी बीमारियों के कारण पेट फूलने की समस्य़ा हो जाती है। कभी- कभी अधिक नमक का सेवन करने से पेट के आकार में वृद्धि होने लगती है और पेट में सूजन आ जाती हैं जिससे पेट फूल जाता हैं।
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इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम :- यह एक ऐसी समस्या है जिसमें शरीर की बड़ी आंत प्रभावित होती है और जिसके कारण पेट फूल जाता हैं। इसमें पेट में दर्द, ऐंठन, भूख ना लगना, कब्ज या दस्त लग जाना जैसे लक्षण नजर आते हैं। कुछ लोगों में इसके अलावा जी मिचलाना, मल में असामान्य तरल निकलना जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं।
लिवर इन्फेक्शन :- लिवर में इंफेक्शन, सूजन आदि आने के कारण भी पेट फूल जाता है। कुछ लोगों को लिवर में सूजन आ जाती है जिससे पेट का आकार बढ़ जाता है। लिवर इन्फेक्शन में भूख न लगने की समस्या या फिर पेट में गैस बनना व बदहजमी जैसी समस्याएं पेट को फुला देती हैं।
छोटी आंतों में बैक्टीरियल ओवरगॉथ (एसआईबीओ) :- एसआईबीओ छोटी आंत की एक ऐसी बीमारी है जिसमें छोटी आंत में अत्यधिक बैक्टीरिया जमा हो जाते हैं जिसके कारण लम्बे समय तक दस्त लग जाते हैं। एसआईबीओ के कारण पेट का फूलना, अचानक वजन घटने या बढ़ने की समस्या, पोषण संबंधी समस्या और ऑस्टियोपोरोसिस भी हो जाता हैं।
अन्य कारण :- पेट फूलने की समस्या के कई अन्य कारण जैसे तनाव, अधिक दवाओं का सेवन, अधिक तेल-मिर्च या गर्म मसालों का सेवन, एलर्जी, शारीरिक गतिविधि का अभाव, कमज़ोर पाचन तंत्र, हार्मोनल असंतुलन, थायरॉइड डिसफंक्शन आदि भी हो सकते हैं।
पेट फूलने का इलाज
लौंग :- पेट फूलने की समस्या लौंग का सेवन पेट में मौजूद छोटे-छोटे बैक्टीरिया तो खत्म करके पेट की सूजन से छुटकारा दिलाता हैं। गर्म पानी में 2-3 लौंग उबालकर उस पानी को नियमित पीएं।
लहसुन :- रोजना खाली पेट एक लहसुन की कली खाने से पेट से सम्बंधित सभी समस्याएं ठीक हो जाती हैं। लहसुन पेट के इंफेक्शन को भी ठीक करता है।
जौ का पानी :- पेट फूलने की समस्या से निजात पाने के लिए जौ का पानी। जौ का पानी उबालकर इसको ठंडा करके इसमें स्वाद के लिए निम्बू मिलाकर पीएं।
नीम :- नीम शरीर से इन्फेक्शन खत्म करने में लाभकारी होता हैं। पेट की सूजन और इंफेक्शन को दूर करने के लिए नीम की 5-10 पत्तियों को सुबह खाली पेट चबाएं। ये पेट की सभी समस्याओं को जड़ से खत्म करता हैं।