Throat pain, cough, soreness and infection गले में दर्द, खांसी, खराश और इंफैक्शन

Throat pain

Throat pain, cough, soreness and infection

Throat pain, cough, soreness and infection- (Throat pain) गले में दर्द, खांसी खराश और इंफैक्शन होने पर तुरंत करें ये देसी उपाय

सर्दियों के मौसम में सर्दी-जुकाम व गले में खराश होना एक आम बात है। सर्दी-जुकाम होने से पहले आपके गले में दर्द व खराश जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं।

मौसम में आए बदलाव, सर्द-गर्म व गलत खान-पान की वजह से गले से जुड़ी इंफैक्शन होना आम सी बात है। कई बार इस इंफैक्शन का कारण एलर्जी व धूम्रपान भी हो सकते हैं। यह इंफैक्शन गले में चुंभन-सूजन, खराश, कर्कश भरी आवाज, हल्की खांसी के साथ दर्द व खाने की परेशानी भी दे सकती है। संक्रमण होने पर खराश की परेशानी सबसे पहले होती है जो बाद में आवाज का भारीपन व दर्द आदि की समस्या पैदा करती है।

दरअसल, हमारे गले के दोनों तरफ टॉन्सिल्स होते हैं जो कीटाणुओं, बैक्टीरिया व वायरस से गले को बचाते हैं लेकिन जब ये टॉन्सिल्स खुद संक्रमित हो जाते हैं तो ऐसी दिक्कतें आनी शुरू हो जाती हैं जिसे टॉन्सिलाइटिस कहते हैं। वैसे तो एंटीबायोटिक व सहीं देखभाल से संक्रमण ठीक हो जाता है लेकिन सही देखभाल ना होने पर यह समस्या बढ़कर गंभीर रूप भी ले सकती है

दवा के उपचार के साथ अगर आप कुछ परहेज करेंगे तो गले की इंफैक्शन में राहत जल्दी मिलेगी। वहीं, अगर आप मौसम के अनुसार अपना खान-पान सहीं रखेंगे तो इंफैक्शन से बचा भी जा सकता है और अगर इंफैक्शन के शिकार हो गए हैं तो सहीं टिप्स अपनाकर इससे राहत भी पाई जा सकती है।

Throat pain, cough, soreness and infection-इंफैक्शन होने पर अपनाएं नुस्खें

गले की खराश और आवाज का भारीपन, सर्दी-जुकाम होने का पहला लक्षण है इसलिए तुरंत टिप्स अपनाकर कोल्ड कफ की तकलीफ से बचा जा सकता है।

गर्म पानी के गरारे

खराश की परेशानी होते ही तुरंत गरारे करें। एक गिल्स गर्म पानी में 2 चुटकी नमक डालें और इस पानी से रोजाना दिन में 3 से 4 बार गरारे करें। खराश की समस्या ठीक होगी और इंफैक्शन भी यहीं खत्म हो जाएगा।

विटामिन सी

विटामिन सी इम्युन सिस्टम को स्ट्रांग करता है, जिससे इस तरह का इंफैक्शन जल्दी शरीर को नहीं जकड़ पाता। हवा में फैल संक्रमण फैलना व खान-पान में गड़बड़ी ही गला खराब होने की मुख्य वजहें हैं इसलिए प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत रखें। विटामिन सी खट्टे फलों में भरपूर होता है। संतरा इनमें से सबसे बेस्ट है। इस बात का ध्यान रखें कि संतरे का सेवन दोपहर के समय करें।

इमली

इमली में भी विटामिन सी भरपूर होता है। खराश होने पर इमली के पानी से कुल्ला करें। ध्यान रखें कि आपको इमली के पानी के सिर्फ गरारे करने से इसे पीना नहीं है।

हल्दी और दूध

रात को सोने से पहले 1 गिलास गर्म दूध में 1 टीस्पून हल्दी और चुटकी भर काली मिर्च डालकर पीएं। इससे गले की सूजन ठीक हो जाएगी।

लहसुन

लहसुन के कुदरती एंटीसैप्टिक के गुण होते हैं जो इंफैक्शन से बचाव करने का काम करते हैं। लहसुन की एक कली को मुंह में रखकर चूसे। इसका रस गले में जाने से आराम मिलेगा।

सौंफ

खाना खाने के बाद सौंफ जरूर चबाएं, इससे खराश ठीक होगी और बंद गला खुल जाएगा।

भाप लेना

गले में भारीपन या दर्द महसूस होने पर तुरंत ही भाप लें। किसी बर्तन में पानी गर्म करके तौलिए से मुंह ढककर भाप लें। ऐसा करने से गले के दर्द से राहत मिलेगी।

मसाला चाय

सर्दियों में कोल्ड कफ होना आम है। इससे बचने के लिए लौंग, अदरक, तुलसी और काली मिर्च को पानी में डालें और उबाल लें। इस पानी की चाय बनाकर सेवन करें।

कुछ चीजों से रखें परहेज

गले की परेशानी से जल्दी राहत पाना चाहते हैं तो कुछ चीजों से परहेज जरूर करें। जैसे तली-भूनी, बासी, दही, ठंडी चीजों से परहेज करें क्योंकि यह चीजें इंफैक्शन को बढ़ा देते हैं।

क्या है गले की खराश

गले में खराश एक बहुत ही सामान्य श्वसन समस्या है। यह मूल रूप से तब होती है जब गले की नाजुक अंदरूनी परत वायरस/ बैक्टीरिया से संक्रमित होती है, जिसके परिणामस्वरूप सूजन, स्राव खांसी और शरीर के सामान्य संक्रमण के प्रभाव के लक्षण होते हैं। कभी-कभी लंबे समय तक गले में रहने वाली खराश किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर को दिखाएं और पूरी चिकित्सा लें।

आमतौर पर गले की खराश का कारण वायरल होता है और यह कुछ समय बाद अपने आप ठीक हो जाता है लेकिन यह जितने दिन रहता है काफी कष्ट देता है।

जानिए गले की खराश को दूर करने के लिए कुछ घरेलू नुस्खों के बारे में-

हर 2 घंटे गर्म पानी में नमक डालकार गरारा करें क्योंकि गर्म पानी और नमक गले में ठंडक देते हें, एंटीसेप्टिक होने के नाते यह संक्रमण को कम करने में मदद करता है।
रात को सोते समय दूध और आधा पानी मिलाकर पिएं।

रूखा भोजन, सुपारी, खटाई, उड़द इन चीजों से परहेज करें।

1 कप पानी में 4-5 कालीमिर्च एवं तुलसी की 5 पत्तियों को उबालकर काढ़ा बना लें और इसे धीरे-धीरे चुसकी लेकर पिएं।

ज्यादा तैलीय व मैदे से बनी चीजों का सेवन करने से बचें।
गले में खराश होने पर जब भी प्यास लगें तो गुनगुना पानी ही पिएं।

कालीमिर्च को 2 बादाम के साथ पीसकर सेवन करने से गले के रोग दूर हो सकते हैं।
शरीर में टॉक्सिन की मौजूदगी गले की खराश को और बढ़ा देती है, इसलिए ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ का सेवन करें, ताकि टॉक्सिन शरीर से बाहर निकल सकें।

अदरक की चाय भी गले की खराश में बहुत लाभदायक है।

दो-तीन लौंग के साथ एक-दो लहसुन की कलियों को पीस कर पेस्ट बना लें इसमें थोड़ा सा शहद मिला लें। इस मिश्रण को दिन में दो या तीन बार लें।

दूध में थोड़ी सी हल्दी डालकर इसे उबाल लें और बिस्तर पर जाने से पहले इसे पीएं। हल्दी में एंटीसेप्टिक गुण होने की वजह से यह गले में आराम पहुंचाएंगा।