Benefits of Drinking Tulsi Tea – सर्दी और खांसी के लिए ताजा तुलसी चाय

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Benefits of Drinking Tulsi Tea

Benefits of Drinking Tulsi Tea:- तुलसी शायद एकमात्र ऐसा पौधा होगा, जो हर घर में जरूर होता है। तुलसी को पवित्र और पूजनीय माना जाता है। तुलसी में यूजिनॉल नाम का तत्व पाया जाता है जो शरीर में मौजूद स्ट्रेस हॉर्मोन कॉर्टिसोल के लेवल को कम कर तनाव दूर करने में मदद करता है।

तुलसी, सैंकड़ों सालों से आयुर्वेदिक दवाइयों का भी अहम हिस्सा रही है। सुबह खाली पेट तुलसी का पत्ता चबाना सबसे लाभकारी होता है। इससे आपकी इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग होती है।

तुलसी के पत्तों में एंटिऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो शरीर को फ्री-रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाकर रखता है। साथ ही तुलसी की चाय सूजन को कम करने और तनाव दूर करने में भी मदद करती है।

तुलसी की चाय शरीर में कॉर्टिसोल हॉर्मोन का स्तर नियंत्रित करने में मदद करती है। इस हॉर्मोन को स्ट्रेस हॉर्मोन भी कहा जाता है। यह चिड़चिड़ापन समेत डिप्रेशन के कई लक्षणों को कम करने में भी असरदार हो सकती है।

तुलसी की पत्तियों में मुख्य रूप से एंटी बैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं। वहीं, इसमें रक्तचाप को नियंत्रित रखने, हृदय को स्वस्थ रखने और मधुमेह को नियंत्रित रखने के गुण भी पाए जाते हैं।

लसी की पत्तियों में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा पाई जाती है जो हमारी स्किन को निखारने का काम करता है, साथ ही एंटी एजिंग को भी कम करता है। इसलिए रोज आप चाय में तुलसी की पत्तियां डालकर उसका सेवन कर सकते हैं।

चरक संहिता और सुश्रुत-संहिता में भी तुलसी के गुणों के बारे में विस्तार से वर्णन है। तुलसी का पौधा आमतौर पर 30 से 60 सेमी तक ऊँचा होता है और इसके फूल छोटे-छोटे सफेद और बैगनी रंग के होते हैं।

तुलसी के फायदे एवं उपयोग:-

औषधीय उपयोग की दृष्टि से तुलसी की पत्तियां ज्यादा गुणकारी मानी जाती हैं। तुलसी के पत्तों की तरह तुलसी के बीज के फायदे भी अनगिनत होते हैं। इन पत्तियों में कफ वात दोष को कम करने, पाचन शक्ति एवं भूख बढ़ाने और रक्त को शुद्ध करने वाले गुण होते हैं।

Benefits of Drinking Tulsi Tea (तुलसी की चाय पीने के फायदे):-

तुलसी में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं, जिस कारण ये दांतों व मुंह के कीटाणुओं को खत्म करने में मदद करती हैं। साथ ही सांस की बदबू को दूर करने में भी सहायक होती है।

तुलसी की चाय का सेवन करने पर बढ़ते रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। पोटैशियम को रक्तचाप को कम करने वाले मुख्य पोषक तत्वों में गिना जाता है। वहीं, एक अन्य वैज्ञानिक शोध में दिया गया है कि तुलसी में एंटीहाइपरटेंसिव गतिविधि पाई जाती है।

पेट से जुड़ी समस्याओं से आराम पाने के लिए तुलसी का सेवन फायदेमंद साबित होता है। यह एसिडिटी और इनडायजेशन जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है। पेट दर्द की तकलीफ से भी राहत मिलती है।

तुलसी को लीवर के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए भी जाना जाता है, लीवर में एंजाइम बढ़ जाते हैं तो ये लीवर को नुकसान पहुंचा सकता है, तुलसी की चाय एंजाइमों का बढ़ना कम करती है।

तुलसी वाली चाय में एंटीइंफ्लेमेट्री और एंटीसेप्टिक गुण होता है। इसके अलावा हड्डियों को भी मजबूती और मांसपेशियों को ताकत प्रदान करता है।

सर्दी-जुकाम होने पर या मौसम में बदलाव होने पर अक्सर गले में खराश या गला बैठ जाने जैसी समस्याएं होने लगती हैं। गले की समस्याओं से आराम पाने के लिए तुलसी के रस को हल्के गुनगुने पानी में मिलाकर उससे कुल्ला करें।

कैंसर खतरनाक बीमारी है, लेकिन इसका इलाज भी आयुर्वेद में मौजूद है। हमारे घर में मौजूद तुलसी का पौधा इस बीमारी से लड़ने में मदद करता है। तुलसी में यूजेनॉल कंपाउंड पाया जाता है जो कि इंसान के शरीर में कैंसर से लड़ने में मददगार साबित होता है।

अगर आपकी पाचन शक्ति कमजोर है इसके लिए तुलसी की 2 ग्राम मंजरी को पीसकर काले नामक के साथ दिन में 3 से 4 बार लें।

पथरी की समस्या होने पर भी तुलसी का सेवन करना फायदेमंद रहता है। इसके लिए तुलसी की 1-2 ग्राम पत्तियों को पीसकर शहद के साथ खाएं। यह पथरी को बाहर निकालने में मददगार होती है।

दिमाग को शांत करने के लिए तुलसी की चाय का सेवन कर सकते हैं। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक वैज्ञानिक शोध की मानें, तो तुलसी में एंटी-स्ट्रेस, एंटी-एंग्जायटी और एंटी-डिप्रेशन गुण मौजूद होते हैं।