Turmeric Water Benefits – सुबह पिएं एक गिलास हल्दी पानी, बॉडी पर होंगे ये असर

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Turmeric Water Benefits

Turmeric Water Benefits- भारत का शायद ही कोई ऐसा घर हो जहां हल्‍दी का इस्तेमाल न किया जाता हो। हल्दी एक ऐसी आयुर्वेदिक औषधि है जिससे हमारे स्‍वास्‍थ्‍य को कई लाभ मिलते हैं। हल्दी (Turmeric Water) जहां एक ओर खाने का स्वाद और रंग बढ़ाती है, वहीं इसका उपयोग शरीर की अन्य समस्याओं को भी दूर करने में भी किया जाता है।

हल्‍दी एंटीऑक्‍सीडेंट की तरह काम करती है और इसमें सूजन-रोधी एवं बैक्‍टीरिया-रोधी गुण भी मौजूद होते हैं। आपने दूध-हल्दी के फायदे तो जरूर सुने होंगे। लेकिन इस आर्टिकल में आज हम आपको हल्दी-पानी पीने के फायदे बताने जा रहे हैं।

Turmeric Water Benefits- हल्‍दी का पानी कब पिएं

अगर आप हल्‍दी के पानी के भरपूर लाभ पाना चाहते हैं तो रोज सुबह खाली पेट इसका सेवन करें। सुबह के समय इस पानी को पीने से आपको सबसे ज्‍यादा लाभ मिलेंगे।

Turmeric Water Benefits- कैसे बनाएं हल्‍दी का पानी

एक गिलास गर्म पानी लें और उसे उबलने के लिए गैस पर रख दें।
अब इसमें एक छोटी चम्‍मच हल्‍दी पाउडर डालें और अच्‍छी तरह से मिक्‍स कर लें।
स्‍वाद के लिए आप इसमें शहद भी डाल सकते हैं।
इस पानी को रोज सुबह पिएं।

Turmeric Water Benefits- हल्‍दी पानी पीने के फायदे

माना जाता है कि जो गुण हल्दी में पाए जाते हैं, वो हल्दी पानी में भी मौजूद होते हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि हल्दी पानी पीने के फायदे कई हो सकते हैं। हल्दी में मौजूद गुणों के आधार पर हम लेख में आगे हल्‍दी (Turmeric Water) का पानी पीने के फायदे बता रहे हैं। बस ध्यान दें कि हल्दी पानी किसी गंभीर बीमारी का इलाज नहीं हो सकता है। हां, यह स्वस्थ जीवन शैली का एक हिस्सा बन सकता है और बीमारियों के जोखिम के साथ ही उसके लक्षण को कम करने में सहायक हो सकता है।

1. मधुमेह की समस्या

रक्त में ग्लूकोज का स्तर बढ़ने से मधुमेह की समस्या हो सकती है। इस परेशानी में हल्दी वाला पानी पीने के फायदे हो सकते हैं। एक रिसर्च के अनुसार, हल्दी में मौजूद करक्यूमिन कंपाउंड रक्त शर्करा के स्तर और सीरम लिपिड को कम करने वाला एंटीडायबिटिक प्रभाव दिखा सकता है। इस आधार पर कहा जा सकता है कि हल्दी और हल्दी (Turmeric Water) पानी में मौजूद करक्यूमिन से मधुमेह की समस्या कुछ हद तक नियंत्रित हो सकती है।

2. हृदय को स्वस्थ रखे

हल्दी का पानी पीने से हृदय स्वास्थ्य बेहतर हो सकता है। एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन में भी कहा गया है कि हल्दी कार्डियोप्रोटेक्टिव यानी हृदय को स्वस्थ रखने वाला प्रभाव प्रदर्शित कर सकता है। इससे हृदय संबंधी बीमारियों से बचाने में मदद मिल सकती है। एक अन्य शोध के अनुसार, हल्दी में पाए जाने वाला करक्यूमिन दिल के दौरे का खतरा कुछ हद तक कम कर सकता है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि हल्दी का पानी हृदय को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है।

3. अल्सर के जोखिम में

अल्सर की समस्या में भी हल्दी के पानी का उपयोग फायदेमंद हो सकता है। रिसर्च के अनुसार, हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन कई तरह के प्रभाव दिखाता है, जिनमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट इफेक्ट भी शामिल हैं। इन दोनों प्रभाव के कारण हल्दी पानी अल्सर का जोखिम कम करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, करक्यूमिन में एंटी अल्सरोजेनिक प्रभाव भी होता है, जो अल्सर की समस्या में फायदेमंद हो सकता है।

4. सर्दी में

हल्दी के पानी का उपयोग सामान्य सर्दी की समस्या में भी किया जा सकता है। बताया जाता है कि हल्दी को दूध या पानी में मिलाकर लिया जाए, तो यह नुस्खा सामान्य सर्दी में असरदार साबित हो सकता है। इससे संबंधित एक रिसर्च में इस बात की पुष्टि हुई है कि हल्दी में मौजूद करक्यूमिन कंपाउंड श्वसन संबंधी विकार में फायदेमंद हो सकता है। सर्दी को भी श्वसन संबंधी विकार ही माना जाता है, इसलिए यह इसमें असरदार हो सकता है।

5. तनाव को कम करे

तनाव की अवस्था से राहत दिलाने में भी हल्दी (Turmeric Water) के पानी का उपयोग फायदेमंद हो सकता है। जानवरों पर किए गए एक रिसर्च से पता चला है कि हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन अवसाद को कम कर सकता है। इसके अलावा, यह क्रोनिक (लंबे समय से चले आ रहे) स्ट्रेस की अवस्था में भी फायदेमंद हो सकता है।
दरअसल, हल्दी में मौजूद करक्यूमिन के एंटीइंफ्लामेटरी प्रभाव को अवसाद से राहत दिलाने में मददगार माना जाता है। इसके अलावा, हल्दी का एंटी एंजायटी प्रभाव भी चिंता को दूर करके तनाव की स्थिति में फायदेमंद हो सकता है।

6. अल्जाइमर में

अल्जाइमर एक मस्तिष्क संबंधी समस्या है, जिसमें लोग धीरे-धीरे अपनी याददाश्त खोने लगते हैं। अल्जाइमर के जोखिम को कम करने में भी हल्दी का पानी सहायक हो सकता है। एक रिसर्च में पाया गया है कि हल्दी (Turmeric Water) के करक्यूमिन कंपाउंड में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव होते हैं, जो अल्जाइमर की स्थिति में सुधार करने में सहायक हो सकता है।

ध्यान दें कि अल्जाइमर एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जिसे मेडिकल ट्रीटमेंट से ही ठीक किया जा सकता है, इसलिए अल्जाइमर के इलाज के लिए हल्दी पर निर्भर रहना सही नहीं है।

7. गठिया और जोड़ों के दर्द को कम करे

गठिया में जोड़ों की सूजन के साथ ही दर्द भी होता है। इस समस्या से राहत पाने में भी हल्दी (Turmeric Water) के पानी का उपयोग फायदेमंद साबित हो सकता है। इस संबंध में हुए एक रिसर्च में पाया गया है कि हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होता है, जिससे गठिया के लक्षण को कम करने में मदद मिल सकती है। ध्यान दें कि समस्या गंभीर होने से पहले ही इस संबंध में डॉक्टर से परामर्श लेना जरूर है।

8. पाचन संबंधी समस्या में

पाचन संबंधी समस्या जैसे कि गैस और अपच, कभी भी और किसी को भी हो सकती है। ऐसे में हल्दी (Turmeric Water) के पानी का उपयोग न सिर्फ गैस और पेट फूलने की परेशानी से राहत दिला सकता है, बल्कि इर्रिटेबल बॉवेल सिंड्रोम यानी आंतों से जुड़ी परेशानी से भी राहत दिलाने में सहायक हो सकता है। हालांकि, हल्दी का कौन सा गुण इस समस्या में असरदार होता है, यह अभी शोध का विषय है।

9. सूजन में

स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के साथ ही सूजन जैसी परेशानी में भी हल्दी (Turmeric Water) का पानी उपयोगी साबित हो सकता है। एक रिसर्च के अनुसार, हल्दी के एक्टिव कंपाउंड करक्यूमिन में एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव होता है। इस इफेक्ट के कारण सूजन और सूजन संबंधी समस्याओं को कुछ कम करने में मदद मिल सकती है।

10. लिवर संबंधी समस्या के जोखिम

हल्दी (Turmeric Water) के पानी का उपयोग लिवर की समस्या में भी किया जा सकता है। इस विषय पर हुए एक वैज्ञानिक अध्ययन से पता चलता है कि हल्दी में हेपाटोप्रोटेक्टिव प्रभाव होता है। यह इफेक्ट लिवर संबंधी समस्याओं के जोखिम को कम करने में सहायक हो सकता है।

एक अन्य रिसर्च में पाया गया है कि हल्दी में मौजूद डिटॉक्सिफिकेशन और एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव शरीर में केमिकल के कारण होने वाली लिवर टॉक्सिसिटी यानी विषाक्तता से बचाव में मदद कर सकते हैं।

हल्‍दी पानी पीने के नुकसान

हल्दी का पानी सिर्फ फायदेमंद ही नहीं हाेता है, बल्कि इसे पीने से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। इसका अत्यधिक सेवन करने से होने वाले नुकसान कुछ इस प्रकार हैं।

1 अधिक मात्रा में हल्दी के पानी का सेवन करने से हल्दी में मौजूद ऑक्सालेट किडनी स्टोन का कारण बन सकता है।
2 ज्यादा मात्रा में हल्दी के पानी का सेवन गर्भावस्था के दौरान असुरक्षित हो सकता है।
3 हल्दी के पानी का अधिक सेवन करने से शरीर में आयरन की कमी होती है, जिससे एनीमिया का खतरा बढ़ सकता है।
4 हल्दी के पानी काे अधिक मात्रा में पीने से उल्टी, दस्त और मतली के साथ रक्तस्राव की समस्या हो सकती है।
5 हल्दी के पानी के सेवन से सिरदर्द और त्वचा पर रैशेज भी हो सकते हैं।
6 हल्दी पानी से स्टूल यानी मल का रंग पीला हो सकता है।

हल्दी पानी के फायदे से जुड़ी तमाम जानकारी हासिल करने के बाद इसे गुणों का खजाना भी कहा जा सकता है। इसके उपयोग से स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव होने के साथ ही उसे लक्षणों से राहत मिल सकती है।

ध्यान दें कि हल्दी (Turmeric Water) का पानी आयुर्वेदिक औषधि है, जो धीरे-धीरे असर करता है। इसका परिणाम दिखने में थोड़ा समय लग सकता है। बस इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करें, अन्यथा हल्दी पानी के फायदे की जगह नुकसान भी हो सकते हैं।