Saffron Benefits in Ayurveda – केसर के अंदर छिपे हैं ये बहुत सारे फायदे

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Saffron Benefits in Ayurveda

Saffron Benefits in Ayurveda:- आयुर्वेद में केसर (saffron) का बहुत ही अधिक महत्व होता है। आयुर्वेद के अनुसार, केसर का सेवन करना छोटे बच्चों से लेकर वयस्कों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है।

दुनिया में कश्मीरी केसर को सबसे फायदेमंद माना जाता है, इसके अलावा ईरान और बलख-बुखारा देश से भी अच्छी क्वालिटी का केसर (Saffron) प्राप्त होता है । यह कई बीमारियों को होने से रोकता भी है। रोग हो जाने पर उसे ठीक करने में भी मदद पहुंचाता है।

ज्यादा इस्तेमाल चाहे गर्मियों में हो या सर्दियों में, शरीर में कई समस्याओं को पैदा भी कर सकता है। ऐसे में एक्सपर्ट केसर का सेवन दूध के साथ करने की सलाह देते हैं।

लेकिन क्या केवल केसर साज सज्जा के लिए ही प्रयोग किया जाता है? नहीं, केसर के अंदर कई महत्वपूर्ण पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं जो सेहत को तंदुरुस्त बना सकते हैं।

इसमें औषधीय तत्व पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर को पूर्ण रूप से स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं। केसर खाद्य पदार्थ और पेय (जैसे दूध) को रंगीन और सुगंधित करता है।

यह बेहद कम जगहों पर पाया जाता है और काफी महंगा होता है। इसे कोई मीठी रेसिपी बनाने में इस्तेमाल किया जाता है जिससे उस रेसिपी का स्वाद चौगुना बढ़ जाता है।

केसर का पौधा (saffron plant) कई सालों तक जीवित रहता है। इसकी जड़ के नीचे प्याज के समान गांठदार शल्ककन्द होता है। केसर के फूल (saffron flower) नीले, बैंगनी, लाल-नारंगी रंग के होते हैं।

केसर का इस्तेमाल काफी लाभदायक साबित होता है. केसर की तासीर काफी गर्म होती है और इसमें मौजूद crocetin, safranal नामक एंटीऑक्सीडेंट सर्दी-जुकाम से लड़ने में आपकी मदद कर सकते हैं।

केसर के प्रकार:-

काश्मीरज केसर

कश्मीरी केसर (kashmiri saffron) लाल रंग का होता है। यह कमल जैसे गन्ध वाला होता है। केसर की तीनों श्रेणियों में यह उत्तम श्रेणी का माना जाता है।

बाल्हीकज केसर

यह बलख-बुखारा देश का केसर है। यह सूक्ष्म तन्तुयुक्त, और पाले रंग का होता है। इसका गन्ध मधु जैसा होता है।

पारसीकज-पारस केसर

यह ईरान देश का केसर है। यह स्थूल तन्तुयुक्त, हल्का पीले रंग का, और मधु जैसे गन्ध वाला होता है। इस केसर को भी कश्मीरी केसर से कम गुणी वाला बताया गया है।

केसर के अन्य फायदे:-

स्वस्थ दिमाग

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट के मुताबिक, केसर का सेवन आपके दिमाग को तेज बना सकता है. उम्र बढ़ने के साथ बुजुर्गों के दिमाग में बनने वाले अमीलोइड बीटा को रोककर अल्जाइमर व कमजोर याद्दाश्त से राहत भी प्रदान करता है।

जल्द भरता है घाव

घाव को भरने में भी केसर बहुत मदद करता है। घाव हो गया है, तो केशर के पत्तों को पीसकर घाव पर लगाएं। इससे घाव जल्दी भर जाता है।

अनिद्रा के लिए

एक ऐसी समस्या बन गई है जो लोगों को स्ट्रेस के कारण भी होती है। जब आप दूध के साथ केसर का सेवन सोने से आधे घंटे पहले करते हैं तो यह डिप्रेशन और स्ट्रेस के लेवल को कम करता है और आपको अच्छी नींद दिला सकता है।

पाचन को बढ़ावा

केसर में यूपेप्टिक (Eupeptic) यानी पाचन को अच्छा बनाने वाला औषधीय गुण पाया जाता है, केसर का उपयोग पेट को मजबूत करने के साथ ही भूख और गैस्ट्रिक एसिड को कम करने लाभदायक हो सकता है।

यौन शक्ति

इसे प्राकृतिक कामोत्तेजक खाद्द पदार्थ माना जाता है, केसर में कामोत्तेजक गुण होता है, 30 मिलीग्राम केसर को अगर चार सप्ताह तक रोजाना लिया जाए, तो इससे इरेक्टाइल डिसफंक्शन भी सही हो सकता है।