Headstand Benefits – शीर्षासन करने के तरीका और फायदे

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Headstand Benefits

Headstand Benefits– अगर आप लंबे समय तक युवा बने रहना चाहते हैं तो शीर्षासन एकदम पर्फेक्ट आसन है। इस आसन को आसनों का राजा कहा जाता है। स्किन और बालों के लिए भी इसके काफी फायदे हैं।आसन पेट संबंधी बीमारियों से छुटकारा दिलाता है। शरीर हष्ट-पुष्ट बनता है। असमय बालों का झड़ना और सफेद होना रोकता है। इसके अलावा इस आसन के और भी कई फायदे हैं।

Headstand Benefits – फायदे

  • इससे पाचनतंत्र को लाभ मिलता है।
  • इससे मस्तिष्क का रक्त संचार बढ़ता है, जिससे की स्मरण शक्ति पुष्ट होती है।
  • हिस्टिरिया एवं अंडकोष वृद्धि, हर्निया, कब्ज आदि रोगों को दूर करता है।
  • असमय बालों का झड़ना एवं सफेद होना दूर करता है।
  • आंखों की ज्योतिष बढ़ती है।
  • चेहरे की झुरिर्यों में लाभ मिलता है। सभी समय पर करते रहने से गाल नहीं लटकते हैं।

Headstand Benefits-शीर्षासन कैसे करें?

Step 1- शीर्षासन को करने के लिए योगा मेट (Yoga Mat) या मोटा तौलिया या कुशन(आरामदायक तकिया) बिछा लें। दोनों हाथों की उंगलियों को फंसाकर सिर को दोनों हाथों के बीच में कुशन पर रखें और कोहनीयां जमीन पर आराम से रखें।

Step 2- सिर के ऊपर का हिस्सा कुशन पर रखकर घुटनों को जमीन पर आराम से रखें। अब गर्दन और कोहनी पर शरीर के वजन को नियंत्रित करते हुए, पैरों को जमीन के स्तर (ground level) पर सीधा करें।

Step 3- अब एक घुटने को झुकाते हुए, इसे सीधे उठाएं, इसके बाद दूसरा पैर उठाएं और पैरों को घुटनों तक झुकाएँ।

Step 4- अब एक-एक करके पैरों को ऊपर सीधा उठाने का प्रयास करें, शुरुआत में जल्दबाजी ना करें जबकि धीरे-धीरे पैर सीधे करने का प्रयास करें| जब पैर सीधे होते हैं, तो शुरुआत में उनका संतुलन बनाने के लिए उन्हें थोड़ा आगे झुकाएँ अन्यथा आपके पीछे की ओर गिरने की संभावना होती है।

नोट: आंखों को बंद रखें, और सामान्यतया सांस (Breath Normally) लें।

Step 5- मूल स्थिति पर वापस आने के लिए रिवर्स ऑर्डर में इन ही चरणों (Steps) का पालन करें। जैसा कि आप चाहें, शीर्षासन के तुरंत बाद कुछ देर शवासन करें या फिर सीधे खड़े हो जाएँ, ताकि मस्तिष्क की ओर बहने वाला रक्त परिसंचरण सामान्य हो जाएं।

यदि कोई भी शीर्षासन के बाद बालासन करता है तो ये अधिक फायदेमंद होगा।

Headstand Benefits-शीर्षासन कितने समय तक करना चाहिए?

शुरुआत में इसका अभ्यास 15 सेकंड के लिए करें और धीरे-धीरे आप इसे 30 मिनट तक बढ़ा सकते हैं। यदि आप शीर्षासन लंबे समय तक अभ्यास करना चाहते हैं तो आपको इसे विशेषज्ञ की देखरेख में करना चाहिए।

सामान्य परिस्थितियों में यह 5 से 10 मिनट के लिए ही पर्याप्त है। नियमित इतने समय के लिए करने से आपको बहुत फायदा होगा।

शीर्षासन करते समय ध्यान दें
  • यदि आप पहली बार शीर्षासन करने जा रहे हैं, इसे अकेले या बिना सपोर्ट के ट्राई न करें।
  • शीर्षासन करते समय एक संतुलित बैलेंस की जरूरत होती है। पहली बार करते समय यदि आपका बैलेंस बिगड़ सकता है।
  • शीर्षासन करने के दौरान आपकी गर्दन में क्रैंप आ सकता है या आपको चोट लग सकती है।
  • काफी प्रैक्टिस के बाद इसको स्वंय बिना सपोर्ट के ट्राई कर सकते हैं। लेकिन शुरूआत में इसको करते समय किसी सहयोगी, ट्रेनर या दिवार का सपोर्ट लेना न भूलें।
  • बिना मैट के शीर्षासन न करें।
  • यदि आपको कोई नई चोट या शारीरिक समस्या है, जिसके कारण यह आसन करने में आपको तकलीफ महसूस हो रही है, तो आप इस मुद्रा को ट्राई न करें।
  • गर्भावस्था, मासिक धर्म के समय शीर्षाशन करने से बचें।
  • यदि आप मोतियाबिंद से पीड़ित हैं, तो आपको इससे बचना चाहिए क्योंकि यह आंखों में दबाव बढ़ा सकता है।
  • बहुत अधिक समय तक शीर्षासन मुद्रा में न रहें। इससे आपके लिए समस्या उत्पन्न हो सकती है।
  • उच्च रक्तचाप वाले लोगों को शीर्षासन करने से बचना चाहिए।
  • गंभीर हृदय समस्याओं वाले लोगों को इससे बचना चाहिए।