International Yoga Day 2021 – अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2021

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International Yoga Day 2021

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day):- योग दिवस 21 जून को पूरी दुनिया में बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है। योग के माध्यम से मानसिक, आत्मिक और शारीरिक अंगो का संतुलन बनाया जाता है। जिससे शरीर की व्याधियों के साथ साथ मानसिक समस्याओं से भी छुटकारा पाया जा सकता है। योग दिवस मानवता के लिए शांति और सदभावना को दर्शाता है।

पहला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2015 को पुरे विश्व में मनाया गया था। इस अवसर पर 192 देशों में योग का आयोजन किया गया जिसमें 47 मुस्लिम देश भी शामिल हुए थे।

हर साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए एक थीम का चयन किया जाता है और उस थीम के माध्यम से लोगों को योग के बारे में जागरूक किया जाता है। 21 जून 2021 के दिन थीम “बी विथ योग बी ऐट होम” रखा गया हैं। कोरोना महामारी के चलते इस वर्ष योग दिवस के लिए कोई विशेष आयोजन नहीं किया गया है। इसलिए सभी लोग अपने घर पर ही इसे मना सकते हैं।

Benefits Of Yoga In Hindi:-

  • योग करने से शरीर में रक्त का प्रवाह नियंत्रित रहता है जिससे शरीर में फुर्ती बनी रहती है।
  • योग से मनुष्य में मनोबल बढ़ता हैं, जिससे जीवन के हर क्षेत्र में सफलता मिलती हैं।
  • योग से मन एकाग्रचित्त रहता है, जिससे चिंता का भाव कम होता हैं और चिंता जैसे विकारों का अंत होता हैं।
  • योग से रीढ़ की हड्डी के लचीलेपन में सुधार होता है।
  • योग से पेट संबंधित रोगो से भी छुटकारा मिलता है।
  • योग से ऊर्जा में वृद्धि होती है।
  • योग से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होता है।

योग के प्रमुख प्रकार:-

1. कर्मयोग:- इसमें व्यक्ति अपने स्थिति के उचित और कर्तव्यों के अनुसार कर्मों का श्रद्धापूर्वक निर्वाह करता है। कर्मयोग के माध्यम से हम अपनी जीवात्मा से जुड़ पाते हैं।
2. भक्ति योग:- भक्ति का अर्थ है प्रेम और ईश्वर के प्रति निष्ठा, सृष्टि के प्रति प्रेम और निष्ठा, सभी प्राणियों के प्रति सम्मान और उनका संरक्षण।
3. राजयोग:- राजयोग आत्मानुशासन और अभ्यास का मार्ग है।
4. ज्ञान योग:- इसमें ज्ञान प्राप्त करना अर्थात ज्ञानार्जन करना शामिल है।

International Yoga Day 2021- पतंजलि के अनुसार योग के 8 सूत्र बताए गए हैं: –

1. यम – इसके अंतर्गत सत्य बोलना, अहिंसा, लोभ न करना, विषयासक्ति न होना और स्वार्थी न होना शामिल है।
2. नियम – इसके अंतर्गत पवित्रता, संतुष्टि, तपस्या, अध्ययन, और ईश्वर को आत्मसमर्पण शामिल हैं।
3. आसन – इसमें बैठने का आसन महत्वपूर्ण है।
4. प्राणायाम – सांस को लेना, छोड़ना और स्थगित रखना इसमें अहम है।
5. प्रत्याहार – बाहरी वस्तुओं से, भावना अंगों से प्रत्याहार।
6. धारणा – इसमें एकाग्रता अर्थात एक ही लक्ष्य पर ध्यान लगाना महत्वपूर्ण है।
7. ध्यान – ध्यान की वस्तु की प्रकृति का गहन चिंतन इसमें शामिल है।
8. समाधि – इसमें ध्यान की वस्तु को चैतन्य के साथ विलय करना शामिल है।

योगासन के नाम Name of Yoga Asanas

  • अर्धमत्स्येन्द्रासन
  • बद्ध पद्मासन
  • भद्रासन
  • भुजंगासन
  • चक्रासन
  • धनुरासन
  • गोमुखासन
  • हलासन
  • जानुशीर्षासन
  • कर्नापीड़ासन
  • मत्स्यासन
  • वज्रासन
  • मयूरासन
  • पद्मासन
  • पश्चिमोत्तानासन
  • शलभासन
  • शीर्षासन
  • त्रिकोणासन
  • ऊर्ध्व सर्वांगासन
  • उष्ट्रासन
योगासन करने का सही तरीका
  • योगासन करने के लिए आपकों सबसे स्वस्थ एवं हवादार स्थान को चुनना चाहिए।
  • योगासन सुबह या शाम के वक्त ही करना चाहिए।
  • योगासन हमेशा खाली पेट ही करना चाहिए या भोजन करने के 3 से 4 घंटे बाद इसका अभ्यास करें।
  • शुरुआत में अभ्यास धीरे-धीरे करना चाहिए।
  • आसन करते वक्त हमेशा अपने नाक से ही स्वास ले और बाहर छोड़ें, पेट से श्वास नहीं लेना चाहिए।
  • किसी भी योगासन को झटके से न करें, योग उतना ही करे, जितना आप आसानी से कर पाएं।
  • आसन करने के बाद कुछ समय के लिए शरीर का आराम देना चाहिए।
  • योगासन करते समय अगर शरीर में किसी भी प्रकार का दर्द हो तो इसे तुरंत बंद कर देना चाहिए।
  • आसान के बाद तुरंत भोजन न करें, शरीर को थोड़ा समय देना चाहिए।
  • योग करने के एक घंटे बाद ही स्नान करना चाहिए। तुरंत स्‍नान न करे क्‍योकि व्यायाम करने के बाद शरीर गर्म हो जाता है, और अगर आप गर्म शरीर में ही स्नान करेंगे तो सर्दी-जुकाम, बदन दर्द जैसी तकलीफ हो सकती है।
  • किसी गुरु के निर्देशन में योग अभ्यास शुरू करें।
  • गर्भावस्था के दौरान मुश्किल आसन और कपाल भाती नहीं करना चाहिए।