Benefits of Tamarind – चटपटी इमली के हैं कई फायदे

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Benefits of Tamarind

Benefits of Tamarind- भारत में इमली का उपयोग काफी लंबे समय से किया जा रहा है। इसका उपयोग लोग चटनी के रूप में, पानी-पूरी का पानी बनाने में और खाने में खटास लाने के लिए करते हैं।

इमली का इस्तेमाल पारंपरिक चिकित्सा में सदियों से चला आ रहा है। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम इमली के ऐसे ही आयुर्वेदिक गुणों की विस्तार से चर्चा करेंगे।

इमली के खट्टे-मीठे स्वाद ही वजह है कि इसके नाम लेने पर ही सबके मुंह में पानी आ जाता है। भारतीय खाने में इमली का इस्तेमाल भी कई तरह के खानों में किया जाता है, जैसे- गोलगप्पे, साम्भर, चटनी यहां तक कि कई दालों में भी इमली डाली जाती है।

इमली वजन कम करने से लेकर इम्यूनिटी (Immunity) को बढ़ाने तक के लिए काफी असरदार मानी जाती है। इमली में एंटीबैक्टीरियल, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी अस्थेमेटिक जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाने में हमारी मदद कर सकते हैं।

रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में इमली बहुत उपयोगी है। यह खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करती है इससे हृदय संबंधी रोगों का खतरा भी कम होता है।

इसली से आपके मोटापा कम होता है, इमली में जाइड्रोसिट्रिक नाम का एसिड पाया जाता है, जो आपके शरीर में बनने वाले फैट को कम करता है. इसके साथ ही इमली खाने से आप ओवरईटिंग करने से बचते है।

चटपटी इमली के हैं कई फायदे

एंटीऑक्सीडेंट हमारे शरीर को बहारी रोगजनक तत्वों से बचाकर रखने में मदद करते हैं। बहारी रोगजनक फ्री रेडिकल होते हैं, जो बीमारी पैदा करने के मुख्य कारण होते हैं।

इमली में आयरन, कैल्शियम, विटामिन-सी, विटामिन-ए, कैल्शियम, फाइबर, पोटैशियम जैसे कई पोषक तत्व होते हैं. इसके अलावा इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी अस्थेमेटिक जैसे गुण होते हैं. ये कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाने में मदद करते हैं

ह्रदय के लिए भी इमली खाने के फायदे उठाए जाते हैं। कोरोनरी हार्ट डिजीज यानी ह्रदय संबंधी बीमारियों के लिए फ्री रेडिकल्स को भी जिम्मेदार माना जाता है। जो फ्री रेडिकल्स के हानिकारक प्रभाव से ह्रदय की सुरक्षा करते हैं।

इमली का सेवन लू से बचाव करने में बहुत मदद करता है। इसके लिए एक ग्लास पानी में 25 ग्राम इमली पानी पीने से लू नहीं लगती। इसके अलावा इमली का गूदा हाथ- पैर के तले पर लगाने से भी लू का असर खत्म हो जाता है।

पाचन की समस्या से परेशान हैं तो आप इमली का सेवन करें. इमली में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो पाचन को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं.

इमली में हेप्टोप्रोटेक्टिव यानी लीवर को सुरक्षा देने वाला प्रभाव पाया जाता है, एक शोध में जिक्र मिलता है कि इमली की पत्तियों में हेप्टोप्रोटेक्टिव गुण मौजूद होते हैं, जो हानिकारक तत्वों से लिवर की सुरक्षा करते हैं।

विशेष तौर पर थाई इमली के गूदे का अर्क कब्ज की समस्या से राहत देता है। इमली की यह प्रजाति दुनिया भर में अपने लैक्सेटिव गुणों के लिए मशहूर है। इसका सेवन करने से मल त्याग में आसानी होती है। इस गुण के चलते इमली खाने के फायदे कब्ज और पेट दर्द में राहत दिलाते हैं।