Benefits of Arjun bark
Benefits of Arjun bark:- आयुर्वेद में सदाबहार वृक्ष अर्जुन को औषधि के रुप में ही इस्तेमाल किया गया है। अर्जून की छाल और रस का औषधि के रुप में इस्तेमाल किया जाता रहा है।
इसके छाल को सुखाकर पाउडर भी तैयार किया जाता है, और कई गंभीर समस्याओं जैसे हृदय रोग, स्ट्रोक आदि से बचे रहने के लिए इसका सेवन किया जा सकता है। अर्जुन का पेड़ (Arjun ka ped) मुख्य रूप से भारत में यूपी, एमपी, बिहार आदि में मिलता है।
अर्जून नामक बहुगुणी सदाहरित पेड़ की छाल यानि अर्जुन की छाल के फायदे का प्रयोग हृदय संबंधी बीमारियों , क्षय रोग यानि टीबी जैसे बीमारी के अलावा सामान्य कान दर्द, सूजन, बुखार के उपचार के लिए किया जाता है।
अर्जुन क्या है? (What is Arjuna?)
अर्जुन शब्द का संस्कृत में यौगिक अर्थ सफेद, स्वच्छ, होता है। अर्जुन से हृदय की मांसपेशियों को बल मिलता है, हृदय की पोषण-क्रिया अच्छी होती है। मांसपेशियों को बल मिलने से हृदय की धड़कन ठीक और सबल होती है।
इस प्रकार इससे हृदय सशक्त और उत्तेजित होता है। इससे रक्त वाहिनियों के द्वारा होने वाले रक्त का स्राव भी कम होता है, जिससे सूजन कम होती है।
पेड़-पौधों के विभिन्न अंगों का सेवन करने से शरीर से कई प्रकार की बीमारियां दूर भागती हैं, ऐसा ही एक पेड़ है, अर्जुन के पेड़ की छाल का काढ़ा बनाकर पीने से हार्ट हेल्दी रहता है. साथ ही यह इम्यूनिटी को भी मजबूत बनाता है।
अर्जुन छाल के फायदे
अर्जुन मूल चूर्ण में मीठा तैल (तिल तैल) मिलाकर मुँह के अंदर लेप कर लें। इसके पश्चात् गुनगुने पानी का कुल्ला करने से मुखपाक में लाभ होता है। अर्जुन की छाल से कफ, पित्त, सर्दी-खांसी और मोटापे की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
हृदय की सामान्य धड़कन जब 72 से बढ़कर 150 से ऊपर रहने लगे तो एक गिलास टमाटर के रस में 1 चम्मच अर्जुन की छाल का चूर्ण मिलाकर नियमित सेवन करने से शीघ्र ही लाभ होता है।
लिवर में कोई समस्या, लिवर के आसपास दर्द महसूस होता है, सूजन है, फैटी लिवर की समस्या है, तो अर्जुन की छाल की चाय जरूर पिएं। ये एक आयुर्वेदिक औषधी है, जिसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है।
और पढ़ें:-
अर्जुन की छाल में मौजूद ट्राइटरपेनॉइड नाम का खास रसायन हृदय स्वास्थ्य के लिए उपयोगी है। वहीं, शोध में यह भी माना गया है कि इसमें एंटीहाइपरटेंसिव गुण मौजूद होता है।
अर्जुन छाल से जुड़े एक शोध से इस बात की पुष्टि होती है। शोध में पाया गया कि अर्जुन छाल में हेक्सोकिनेस, एल्डोलेस, फॉस्फोग्लुकोसोमेरेस और ग्लूकोनियोजेनिक जैसे कई एंजाइम्स पाए जाते हैं।