दांत में लगे कीड़े (tooth worms) और सड़न का इलाज करने के लिए करें ये तीन कारगर उपाय
दांत हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग होते हैं। अगर इनकी साफ सफाई और देखभाल में लापरवाही बरती जाए तो सड़न एवं गम प्रॉब्लम जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। दरअसल हमारे दांतो से जुड़ी ऐसी परेशानियां स्ट्रेप्टोकोक्कस म्यूटन्स नामक बैक्टीरिया के कारण होती है जो हमारे मुंह में मीठी चीजों के वजह से उत्पन्न होते हैं। ये बैक्टीरिया मिठास को अम्ल में परिवर्तित करके इनामेल की परत को कमज़ोर कर देते हैं, जिसकी वजह से कैविटी यानी दांतों में सड़न होने लगती है। इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे कारगर घरेलू उपाय बताएंगे जिनसे आप अपने दांतों को सड़ने और कीड़े लगने से बचा सकते हैं।
लौंग का तेल –
लौंग के चमत्कारी औषधीय गुणों के कारण इसको दांतो का डॉक्टर भी कहा जाता है। यह हमारे दांतों से लेकर मसूड़ों तक हर तरह की समस्या का रामबाण इलाज करता है। ये दांतों की कैविटी को ठीक करने में बहुत ही असरदार है। इसके लिए एक चौथाई चम्मच तिल के तेल में दो से तीन बूंदें लौंग का तेल मिला कर रात को सोने से पहले रुई की मदद से अपने प्रभावित दांत में लगाएं। इससे आपको दांत की सड़न यानी कैविटी से जल्द हीं राहत मिल जाएगी। केवल इतना ही नहीं दांत में लौंग दबाकर रखने से पायरिया से भी रक्षा होती है और मसूड़ों से खून आना, दांत दर्द करना एवं मुंह से बदबू आने जैसी समस्याएं भी ठीक हो जाती है।
नीम का रस –
नीम में एंटीबैक्टीरियल मौजूद होता है। इसलिए यह हमारे दांतो के ऊपर मौजूद बैक्टीरिया को खत्म करके उन्हें कैविटी से बचाने में बहुत ही प्रभावकारी होता है। इसके साथ ही यह हमारे मुंह की अम्लीयता को दूर करने में भी उपयोगी होता है। इसके लिए नीम की पत्तियों के रस को अपने दांतों में लगाएं और इसे कुछ मिनट के लिए छोड़ दें। थोड़ी देर बाद हल्के गुनगुने पानी से कुल्ला कर लें। इससे दांतों की कैविटी में काफी राहत मिलेगी। अगर आप रोजाना नीम के दातुन से भी मुँह धोएंगे हैं तो आपको जीवन में कभी कैविटी या पायरिया की समस्या नहीं होगी।
हल्दी और सरसों तेल –
हल्दी में एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण भी पाया जाता है। इससे यह दांतों में सड़न फैलाने वाले बैक्टीरिया को खत्म करने और दर्द को दूर करने में भी लाभकारी होता है। इसके लिए एक चम्मच हल्दी पाउडर या पिसी हुई कच्ची हल्दी में थोड़ा सा सरसों तेल मिलाकर अपने दांतों और मसूड़ों में करीब 10 मिनट तक मसाज करें। इसके बाद गुनगुने पानी में थोड़ा सा नमक डालकर कुल्ला कर लें। इससे दांतों की कैविटी की समस्या से निजात मिलता है।