Hariyali Teej Shayari
Hariyali Teej Shayari- हरियाली तीज, जिसे श्रावणी तीज भी कहा जाता है। हरियाली तीज हर वर्ष सावन शुक्ल तृतीया तिथि को मनाई जाती है। पति की लंबी (Hariyali Teej Shayari) आयु और उत्तम संतान के लिए हरियाली तीज का व्रत रखा जाता है।
Hariyali Teej Shayari
इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखते हुए माता पार्वती, भगवान शिव और गणपति की पूजा करती हैं। इस वर्ष की हरियाली तीज शिव योग और रवि योग में है। सावन शुक्ल तृतीया तिथि या हरियाली तीज व्रत का बहुत बड़ा धार्मिक महत्व है।
Hariyali Teej Shayari
(1)
मेरा मन झूम-झूम नाचे
गाये तीज के हरियाली गीत
आज पिया संग झूलेंगे
संग में मनाएंगे हरियाली तीज
हरियाली तीज की शुभकामनाएं
(2)
बारिश की बूंदें इस सावन में
फैलाय चारों ओर हरियाली
ये हरतालिका का त्यौहार ले जाए
हर के आपकी सब परेशानी
हरतालिका तीज की हार्दिक बधाई
(3)
हरियाली तीज का त्यौहार है
गुंजियों की बहार है
पेड़ों पर पड़े है झूले
दिलो में सबके प्यार है
हरियाली तीज की हार्दिक बधाई
(4)
मदहोश कर देती है
हरियाली तीज की बहार
गाता है ये दिल झूम कर
जब झुलु में सखियों के साथ
तीज की हार्दिक शुभकामनाएं
(5)
आया तीज का त्यौहार,
सखियों हो जाओ तैयार,
मेंहंदी हाथो में रचा के,
कर लो सोलह श्रृंगार,
चूड़ी खन खन खनके,
(6)
फूल खिले हैं बागों में
वर्षा की है फुहार
दिल से आप सब को हो मुबारक
प्यारा ये तीज का त्योहार
हरियाली तीज की शुभकामनाएं
(7)
श्रावण लाया है
तीज का त्यौहार
बुला रही है आपको
खुशियों की बहार
(8)
चंदन की खुशबू, बारिश की फुहार
आप सभी को बहुत बधाई हो
हरियाली तीज का त्योहार
(9)
कच्ची-पक्की नीम की निम्बोली, श्रावण जल्दी आयो रे
म्हारो दिल धड़क-धड़क जाए, श्रावण जल्दी आयो रे
(10)
श्रावण का महिना है पवन करे शोर,
रिम-झिम बरसे बादल की घटा घनघोर,
जिया मेरा ऐसे झूमे होकर मतवाला,
जैसे मदमस्त मन में नाचे मोर।