Friendship Day Shayari
Friendship Day Shayari –शायद आपको पता होगा की फ्रेंडशिप डे भारत में हर साल अगस्त महीने के पहले रविवार के दिन मनाया जाता है जबकि दुनिया में भी कई हिस्सों में भी फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है लेकिन क्या आपको पता है की फ्रेंडशिप डे की शरुआत 1935 में अमेरिका से हुई है।
Friendship Day Shayari
चाहे कोई भी छोटा या बड़ा इंसान हो सभी का कोई ना कोई दोस्त जरूर होता है हमारी ज़िन्दगी में जितना महत्व परिवार का होता है उतना ही महत्व एक दोस्त का भी होता है। दोस्त के बिना हमारी ज़िन्दगी अधूरी सी लगती है यानिकि दोस्तों के बिना हमारी जिन्दगी में से मुस्कराहट चली जाती है। दोस्तों ही होते है जो हमारे सुख दुःख में भागिदार होते है ” दोस्तों हे तो ज़िन्दगी है “
तो दोस्तों आज हम आपके लिए फ्रेंडशिप डे पर कुछ शायरी लेकर आये है जो आपको जरूर पसंद आएगी जो आप अपने प्यारे दोस्तों को भी भेज सकते है।
Friendship Day Shayari
(1)
पल भर में टूट जाए वो कसम नही,
दोस्त को भूल जाए वो हम नही,
तुम हमे भूल जाओ इस बात में दम नही,
क्यों की तुम हमे भूल जाओ इतने बुरे हम नही
आपको मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
(2)
लोग रूप देखते है, हम दिल देखते हे
लोग सपने देखते है, हम हकीकत देखते हे
लोग दुनिया देखते है, और हम दोस्तों में
दुनिया देखते है।
(3)
क्यूँ मुश्किलों में साथ देते हैं दोस्त
क्यूँ गम को बाँट लेते हैं दोस्त
न रिश्ता खून का न रिवाज से बंधा है
फिर भी ज़िन्दगी भर साथ देते हैं दोस्त।
(4)
दोस्ती हर चहरे की मीठी मुस्कान होती है
दोस्ती ही सुख-दुख की पहचान होती है
रूठ भी गए हम तो दिल पर मत लेना
क्योकि दोस्ती जरा-सी नादान होती है!
(5)
दोस्त तो दोस्त होता है
उसकी कोई जात या धर्म नही होता,
वो ख़ुशी के टाइम पे भी गालियाँ सुनता है
और बुरे टाइम पे भी।
(6)
दोस्त को दोस्त का इशारा याद रहेता है,
हर दोस्त को अपना दोस्ताना याद रहेता है,
कुछ पल सच्चे दोस्त के साथ तो गुजारो,
वो अफ़साना मौत तक याद रहता है।
(7)
अच्छा दोस्त एक फूल की तरह होता है,
जिसे हम छोड़ भी नहीं सकते और तोड़ भी
नहीं सकते, तोड़ दिया तो मुरझा जाएंगे और
छोड़ दिया तो कोई और ले जाएगा।
{8)
ये दिन यू ही गुज़र जायँगे
हम दोस्त एक दिन बिछड़ जायँगे
आप नाराज़ ना होना मेरी शरारत से
एक दिन ये पल याद आयेंगे।
(9)
ताज़ी हवा में फूलों की महक हो
पहली किरण में चिड़ियो की चहक हो
जब भी आप अपनी पलकें खोलो
उन पलकों में खुशियों की झलक हो।
(10)
ऐ दोस्त हर ख़ुशी तेरी तरफ मोड़ दूँ,
तेरे लिए चाँद तारे तक तोड़ दूँ,
खुशियों के दरवाजे तेरे लिए खोल दूँ,
इतना काफी है या दो-चार झूठ और बोल दूँ।