Sour Grapes
Sour Grapes- हम आपको Moral stories in Hindi के बारे में बताने वाले है। इन कहानियों को आपने बचपन में अपने दादा दादी से सुना होगा। यह कहानियाँ बहुत ही ज्ञानवर्धक और शिक्षावर्धक है। इन नैतिक हिंदी कहानियाँ से आप बहुत सारी अच्छी बात सीखेंगे। जिनको आप अपनी जीवन में प्रयोग करके सफलता पा सकते है। यह कहानियाँ बहुत ही रोचक है। जिनको पढ़कर आपको और बच्चों को बहुत आनंद आएगा।
एक बार की बात है एक जंगल में एक लोमड़ी रहती थी, एक दिन उसे बहुत जोरों की भूख लगी थी और वह भोजन की तलास में जंगल में भटक रही थी तभी उसे एक पेड़ पर अंगूर की बेला लटकती हुई दिखलाई दी जिसमें बहुत सारे अंगूर के गुच्छे लगे हुए थे।
अंगूरों को देखकर लोमड़ी के मुंह में पानी आ गया और उसे लगा आज बहुत ही रसीले और स्वादिष्ट अंगूर खाने के लिए मिलेंगें। लोमड़ी अंगूर देखकर मन ही मन बहुत खुश हो रही थी।
लोमड़ी उस पेड़ के नीचे गई और अंगूर के गुच्छे तोड़ने ले लिए छलांग लगाई परन्तु अंगूर उसके हाँथ नहीं आये।
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Sour Grapes
लोमड़ी ने दुबारा प्रयास किया परन्तु इस बार भी अंगूर उसकी पहुँच से कुछ ही दूर रह गए। लोमड़ी को लगा अंगूर कुछ ही ऊंचाई पर हैं शायद और प्रयास करने पर मिल जाए। लोमड़ी बार-बार उछल-उछल का अंगूर तोड़ने का प्रयास करने लगी परन्तु वह अंगूर तक नहीं पहुँच पाई और थक कर बैठ गई।
थोड़ी देर आराम करने के बाद लोमड़ी ने अंगूर तोड़ने का पुनः प्रयास किया परन्तु वह फिर नाकाम रही और थक हांर कर जाने लगी। जाते-जाते उससे किसनी ने पूछ लिया – “अरे लोमड़ी , तुम बिना अंगूर खाए क्यूँ जा रही हो।”
तब लोमड़ी ने जवाब दिया – “अंगूर खट्टे हैं।” इतना बोलकर लोमड़ी अपन रास्ते चली गई।
आजकल लोग जब किसी कार्य को करते हैं और कार्य नहीं होता तब अपनी कमी छुपाने के लिए “अंगूर खट्टे हैं” कहकर बहाना बना देते हैं।
शिक्षा-
“अंगूर खट्टे हैं कहानी से हमें शिक्षा मिलती है कि व्यक्ति अपनी मनचाही वस्तु को प्राप्त करने में असफल रहने पर अपनी कमी छुपाने के लिए उसी वस्तु को तुच्छ साबित करने का प्रयास करते हैं।”