Farmer and Fox Story – किसान और लोमड़ी की कहानी

Farmer-and-Fox-Story

Farmer and Fox Story

Farmer and Fox Story- एक बार की बात है एक लोमड़ी थी, जो एक किसान को बहुत परेशान किया करती थी। वह किसान के मुर्गीबाड़े में घुसकर हमेशा उसके मुर्गिया खा जाया करती थी।

किसान उस लोमड़ी से बहुत तंग आ चुका था। उसने लोमड़ी को सबक सिखाने का निश्चय किया। कई दिनों बाद, एक दिन आखिरकार वह लोमड़ी को पकड़ने में सफल हो ही गया।

Farmer and Fox Story

गुस्से में उसने एक रस्सी को तेल में भिगोकर लोमड़ी की पूँछ से बाँध दिया और उसमें आग लगा दी। लोमड़ी आग से परेशान होकर किसान के पूरे खेत में दौड़ने लगी। देखते ही देखते किसान की पूरी फसल में आग लग गई।

लोमड़ी की पूँछ तो जली ही, साथ ही किसान भी बर्बाद हो गया! किसान ने गुस्से में आकर अगर इस तरह का काम न किया होता तो उसे इतना बड़ा नुकसान न झेलना पड़ता।

उसे अपने किए पर बहुत पछतावा होने लगा। उसने तय किया कि अब वह गुस्से में आकर कभी भी ऐसा काम नहीं करेगा।

Farmer and Fox Story – 2

एक किसान एक बार जंगल में लकडि़यां बटोरने के लिए गया। वहां उसे ऐसी लोमड़ी नज़र आई जिसके दो पैर नहीं थे। बावजूद वह संतुष्टिपूर्वक चल रही थी।

किसान ने सोचा कि आखिर यह कैसे जीवन जी पाती होगी क्‍योंकि बिना पैर के शिकार भी नहीं कर पाती होगी। थोड़ी देर बाद उसे एक शेर दिखाई दिया जो कि शिकार करके आ रहा था।

यह देख जानवर घबराकर दौड़ने लगे। किसान भी भयभीत हो गया। वह जान बचाने के लिए एक वृक्ष पर चढ़ गया। तभी उसे आश्‍चर्य हुआ। उसने देखा कि शेर ने अपने शिकार का कुछ हिस्‍सा लोमड़ी के लिए डाला और चला गया।

यह सदभावना देखकर वह दंग रह गया। उसने मन की मन परमात्‍मा को धन्‍यवाद दिया यह सोचकर कि चलो हर प्राणी के लिए परमात्‍मा आजीविका का प्रबंध कर ही देता है। कुछ समय बाद किसान वहां से चला गया। वह एक सुनसान जगह गया और खाने की प्रतीक्षा करने लगा।

Farmer and Fox Story

महीनों बीतने के बाद भी उसके पास कोई नहीं आया। उसे भूखों मरने की नौबत आ गई। तभी उसे एक संत मिले। संत ने उसके लिए भोजन एवं पानी उपलब्‍ध कराया।

किसान ने आहार ग्रहण किया और लोमड़ी वाला किस्‍सा बताया। संत ने सुनकर स्‍पष्‍ट किया कि इसमें तुम्‍हारी समझने की भूल थी।

तुम मददगार भी बन सकते थे लेकिन तुमने लाचार बनना पसंद किया, जबकि तुम लाचार नहीं थे। बाद में जब तुम वास्‍तव में लाचार हो गए, तो तुम्‍हारे पास मदद पहुंच गई।

कहानी का सार यही है कि हमारे जीवन में कई बार ऐसे हालात बन जाते हैं कि हम लाचार बन जाते हैं लेकिन हमें भगवान पर और खुद पर भरोसा रखना चाहिये।