Lion and Monkey Enmity
Lion and Monkey Enmity:- एक बार यह पहाड़ी पर कई बंदरों का स्वामित्व था। बन्दर वहाँ पर बड़े मज़े से रह रहे थे। कुछ दिनों के बाद, पहाड़ी पर बने गुफा में शेर अपने सचिव के साथ वहां रहने के लिए आया था। बंदरो को जब पता लगा तो वह शेर के पास जाकर बोले की इस पहाड़ी पर हमारा कब्ज़ा है, तुम कहीं और जाओ।
इसे सुनकर, शेर से सचिव सियार ने कहा कि आपके पास रहने के लिए बंदरों और गुफाओं में रहने के लिए एक पेड़ है। तुम जाकर पेड़ में रहो। शेर ने बंदरो को आश्वासन दिया की जब तक तुम मुझको परेशान नहीं करोगे मै तुमको कुछ नहीं कहूंगा।
लेकिन शेर से वहां रहना, वे अच्छे महसूस नहीं करते थे। यही कारण है कि उसने शेरों के लिए बहुत सी चालें शुरू कीं। लेकिन ऐसी कोई चाल नहीं है जो भ्रमित नहीं हैं। एक दिन शेर ने सियार से कहा की खाना खाने के बाद मुझको पानी पिने के लिए इतना दूर जाना पसंद नहीं है इसलिए उसे पैन में पानी लाना पड़ा।
बंदरो ने शेर की इस बात को सुन लिया। उनने सोचा अब वह शेर को पानी पिने नहीं देंगे। इसके बाद अगले दिन सियार शेर के लिए एक बर्तन भरकर पानी लेकर आया और उसको गुफ़ा के बाहर रख दिया। बंदरो ने बांस की मदद से सभी पानी खींच लिया।
थोड़ी देर के बाद, जब शेर ने खाली उपकरण देखा, तो बंदरो पर नाराज था कि आपने मेरे लिए पानी नहीं रखा। सियार ने बोला उसने पानी रखा था लेकिन शायद गर्मी की वजह से सुख गया, कल वह अधिक पानी लाएगा।
Lion and Monkey Enmity
अगले दिन सियार बर्तन भरकर पानी लेकर आया। लेकिन बंदरो ने उसको भी बांस की सहायता से पहाड़ी से नीचे गिरा दिया। जब शेर आया, तो वह भेड़िया से बहुत नाराज हो गया और उसने पानी नहीं रखा।
वह उसे अपने सचिव से हटा दिए जाएंगे। सियार शेर से कहा कि वे पानी ले आया। अगले दिन सियार फिर पानी लेकर आया जिसके बाद सियार और शेर गुफ़ा में छुप कर देखने लगे। कुछ समय में बंदर आता है और बांस से सब पानी खाली कर दिया। अब शेर और सियार को समझ आ चूका था।
इसके बाद सियार जब भी पानी लेकर आता तो वह आधा पानी गुफा में और आधा पानी बाहर बंदरो के लिए छोड़ देते थे। कई बंदरों पता शेर हमें देखना है कि पानी दिखाते हुए के लिए आते हैं, लेकिन कोई भी बात करते हैं। इसके अलावा अब शेर शिकार करके बहुत जल्दी भी आ रहा था। यह इसी तरह 2 – 3 महीने चला। इसके बाद बन्दर थककर शेर के पास गए।
इसके बाद बंदर थक चुका है और शेर को जाता है। इस पर शेर ने बोला क्योंकि इससे तुम मेरा फायदा ही कर रहे हो। बन्दर बोले वह कैसे शेर ने बताया जो पानी तुम पहाड़ी से निचे गिराते हो उससे पहाड़ी के नीचे हरी हरी घास उग गयी है इतने सारे जानवरों वहाँ आते हैं। जब शिकार करने जाता हूँ तो वह नीचे मुँह करके घास खा रहे होते है।
जिससे में आसानी से उनका शिकार कर पाता हूँ और जल्दी लौट आता हूँ। तुमको यह सोचना चाहिए उससे उसका नुक्सान हो रहा है या फायदा।