Gold Rain Story
Gold Rain Story:- एक बार की बात है एक गांव में कमल नाम का एक किसान अपनी माँ के साथ रहता था। वह खेत में हल चला कर फसल उगाता जिससे अपना और अपनी माँ का गुजारा बड़ी मुश्किल से कर पाता था। एक दिन कमल अपने खेत की तरफ जा रहा था तभी उसका पड़ोसी मंगेश आ गया वह बहुत चालाक और कामचोर किस्म का व्यक्ति था।
राजेश कमल से बोला उसको बाजार किसी काम से जाना है इसलिए आज वह उसका खेत जोत दे। डायरेक्ट कमल, उनका मानना था और राजेश की कृषि तक पहुंचा। राजेश कमल खुद को धोखा देकर अपने घर जाते हैं और अपने खेत के पूरे दिन सोते हैं।
शाम को राजेश उठ कर आ गया और कमल को जाकर धन्यवाद देने लगा। इस बार बारिश नहीं हुई जिससे फसल ख़राब हो चली थी जिससे कमल और ज्यादा ग़रीबी की हालत में आ गया। उसके पास खाने के लिए पर्याप्त अनाज़ भी नहीं था जिससे उसने अपनी माँ से पूछा क्या मै कभी इतना धन कमा पाउँगा जिससे हमारा गुजारा सही से हो सके।
Gold Rain Story
कमल ने कृषि से लौटने के बाद भगवान से प्रार्थना की, ‘हे भगवान ने मेरी मदद की ताकि मैं खुद को और आपकी मां का अधिकार भर सकूं। एक रात को कमल जब सोता है तो उसको सपने में एक पेड़ से सोने के सिक्के उसपर बरसते हुए नज़र आते है। जैसे ही उसकी सुबह आँख खुलती है तब वह अपनी माँ को बताता है की उसने सुबह के सपने में सोने के सिक्के बरसते हुए देखा।
सुबह के सपने सच होते है इसका मतलब यह सच होगा। उसकी माँ कमल की बात सुनकर हँस कर चल पड़ती है। कमल को खेत में जाते हुए पड़ोसी राजेश मिलता है तब भोलू उसको सोने के सिक्के के सपने के बारे में बताता है।
उसको बोलता है मैंने भी एक सपना देखा जिसमे मुझे जमीन के अंदर से सोने के सिक्के मिले कमल उसको बोलता है राजेश तुम्हारा सपना भी सच होगा यह कहकर चला जाता है। कमल उस दिन जब अपने खेत में जब हल चला रहा था तब उसका हल जमीन में एक जगह फ़स जाता है जब वह उस जगह मिट्टी को हटा कर देखता है तो उसमे उसको एक घड़ा मिलता है।
कमल इसे देखना पसंद करते हैं लेकिन सोचते हैं कि राजेश जमीन से सोने का सिक्का पाने का सपना देखता है। यह राजेश के बारे में सब कुछ कह रहा है कि वह राजेश के घर गए थे। वह राजेश को बोलता है की तुम्हारा सुबह का सपना सच हो गया है मुझे एक सोने के सिक्के का घड़ा जमीन के नीचे से मिला है जैसा तुमने सपने में देखा था।
Gold Rain Story
राजेश को यह सुनकर बहुत हैरानी होती है वह उसकी बातों पर विश्वास नहीं करता और सोचता है की अगर कमल के खेत में उसको सोने के सिक्के का घड़ा मिला है तो वह उसको क्यों दे रहा है लेकिन फिर भी वह उसके खेत में देखने के लिए चला जाता है।
कमल उस घड़े का ढक्कन सही से बंद करना भूल गया जिससे खेत में मौजूद बहुत सारी ज़हरीली चीटियाँ और कीड़े उसके अंदर ऊपर से भर जाते है। कमल को सबक सिखाने के लिए रात को कमल के घर जाता है और उनके घर पर कीड़े डालने के लिए उनकी छत पर चढ़ जाता है। वह उनकी छत की कुछ ईट निकालकर घड़े का ढक्कन हटा कर सारा घड़ा उनकी छत से खाली कर देता है।
कमल और उसकी माँ यह देखकर बहुत खुश होते है और भोलू बोलता है माँ मेरा सपना सच हो गया। घड़े में ऊपर से कुछ कीड़ो के बाद नीचे सोने के सिक्के थे तो वह अपने आप को बहुत कोसता है की क्यों उसने घड़े को सही से नहीं देखा।