Hanuman ji ka Bhajan
Hanuman ji ka Bhajan- जे श्री बालाजी महाराज, अनोखी थारी झांकी ।।
जो संत की करो सहाय, अनोखी थारी झांकी ।।
थार माथे मुकुट विराजे कान म कुंडल साज,
बाबा गल विराजे हार, अनोखी थारी झांकी ।।
थारे नेंना म सूरमा साजे, माथे पर तिलक बिराजे,
बाबा मुख म नागर पान , अनोखी थारी झांकी ।।
थारे अंग म चोलो साजे , ऊपर न वृक्ष बिराजे,
बाबा रोम रोम म राम ,अनोखी थारी झांकी ।।
थारे हाथ म लाडू साजे, दूज म गदा विराजे,
बाबा घाटे की बलिहार, अनोखी थारी झांकी।।
थारे पगा पैंजनी साजे, चलतां की छम छम बाजे,
बाबा चलगत की बलिहार, अनोखी थारी झांकी।।
लक्ष्मण न मूर्छा आई, संजीवन बूटी लियायो,
बाबा लययो पहाड़ उठाएं , अनोखी थारी झांकी।।
लंका म आग लगाई, सूरज की चाल थमाई,
जा समुन्द्र म गेरया पहाड़ अनोखी थारी झांकी।।
रावण न मार गिराया , यो राज विभीषण पायो,
बाबा लयायों सीता न साथ, अनोखी थारी झांकी।।
सीता जद पाछी आयी, अयोध्या म बाजे बधाई,
बाबा लडुआ की बोछड़, अनोखी थारी झांकी।।
जा च्ंपा की करो सहाय , अनोखी थारी झांकी।।