True Who? सच्चा कौन ?

True-Who

सच्चा कौन ? (True Who?)

True Who?- एक गांव में अचानक ही चोरी हो गयी। जब चोरी हुई तो बहुत अँधेरा था कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। चोरी होने के दौरान ही तीन आदमी भागते हुए नज़र आये। तीनो आदमी पर ही सभी लोगो का शक गया, लेकिन उन्हें पकड़ नहीं पाए थे।

जब सुबह हुई तो सभी गांव वाले एक साथ इकट्ठे हुए, और उन तीनो चोरो की बात करने लगे। गांव वालो में से एक आदमी उठा और उसने कहा की जब गांव में चोरी हुई तो मेने उन तीनो को देखा था। उसी समय कुछ रौशनी में मेने उन्हें देखा था। उन तीनो को बुलाया गया और पूछा गया तुम में से चोर कौन है। तीनो एक दूसरे की और देखने लगे, तीनो आदमी बोले की हम चोर नहीं है।

True Who?

उन तीनो पर किसी को भी विश्वास नहीं हो रहा था। तीनो से सच जानने के लिए तीनो को अलग-अलग बुलया गया जब पहला आदमी आया तो उससे पूछा गया की तुम क्यों भाग रहे थे। उसने कहा की मुझे कुछ शोर सुनाई दिया था, इसलिए में घर से बाहर आया और देखा की एक आदमी भगा जा रहा है, में उसके पीछे भाग रहा था।

दूसरे आदमी को बुलाया गया की तुम क्यों भाग रहे थे। वो बोला की मेने देखा की दो आदमी भाग रहे थे, में भी उनके पीछे भागा था।

जब तीसरे आदमी को बुलाया गया तो उसने कहा की मेने तो किसी भी आदमी को भागते हुए नहीं देखा था, बल्कि में तो एक बिल्ली के पीछे भाग रहा था।

True Who?

सभी लोग पूछने लगे की बिल्ली के पीछे क्यों भाग रहे थे। उसने कहा की मुझे उसके मुँह में एक कपडा नज़र आया था इसलिए में भाग रहा था। अब सभी लोग परेशान हो गए थे, क्योंकि उन्हें यह पता नहीं चल रहा था की चोर कौन है और कौन सच बोल रहा है। सभी लोग बोले की तुममे से कोई चोर है।

तुम हमे सच में बता दो नहीं तो बहुत पिटाई होगी। तभी उस बिल्ली वाले आदमी ने बोला की मुझे लगता है चोरी बिल्ली ने की है, क्योंकि उसके मुँह में कपडा था। उनकी बात मान कर सभी लोग बिल्ली की तलाश में निकल पड़े।

जब बिल्ली मिली तो उन्हें पता चल गया था की बिल्ली ही उस पोटली को लेकर गयी थी। जिसमे गहने रखे हुए थे, आंखिर गांव वालो को चोर मिल ही गया था। कभी-कभी हमारी आँखे भी धोखा खा जाती है।

सच्चा कौन एक लोक कथा, जो हमारी आँखे देखती है जरुरी नहीं है की वह सच हो इसलिए आपको सोच समझकर ही जीवन में फैसले लेने चाहिए तभी आप जीवन में सही और गलत का फैसला कर सकते है।